लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास बहस से पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में शामिल होने वालों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी सांसद जेपी नड्डा भी शामिल थे।
इसके अलावा बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और मनसुख मंडाविया समेत अन्य मंत्री पहुंचे। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि I.N.D.I.A ब्लॉक के विपक्षी दलों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे स्वीकार कर लिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जिनकी संसदीय सदस्यता सोमवार को बहाल हो गई, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करेंगे।
चर्चा के लिए 12 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। वाईएसआरसीपी, शिवसेना, जेडीयू, बीजेडी, बीएसपी, बीआरएस और एलजेपी को कुल दो घंटे का समय दिया गया है, जिसे सदन में पार्टी के सांसदों की संख्या के हिसाब से बांटा गया है।
अन्य दलों और निर्दलीय सांसदों के लिए एक घंटे 10 मिनट की समय सीमा आवंटित की गई है। मोदी 10 अगस्त को बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे। बता दें कि मणिपुर में हिंसा पर विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री के बयान की विपक्ष की मांग पर गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था।