राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यादव ने कहा मैंने क्या बात कही है, भारत में सांवली महिलाओं की संख्या ज्यादा है। उनकी संख्या दुनिया में ज्यादा है। मैं इस बारे में किसी से भी बहस को तैयार हूं। इसको लेकर सदन में हंगामा होता रहा। यादव की टिप्पणी का स्मृति ईरानी सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष की कई महिला सदस्यों ने आपत्ति जताई। स्मृति ने कहा कि यादव को महिलाओं के रंग के बारे में इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इस पर भड़के यादव ने कहा, 'मैं जानता हूं, आप क्या हैं।' बस उसके बाद क्या था हर तरफ शरद यादव की चर्चा होने लगी। इससे पहले भी यादव महिला आरक्षण विधेयक के विरोध में कहा था कि महिला आरक्षण के विरोध में कहा था कि यह विधेयक केवल पर कटी औरतों के लिए है। इसी तरह दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय पूर्व न्यायाधीश मार्केन्डेय काटजू ने कहा था कि अगर दिल्ली में भाजपा शाजिया इल्मी को उम्मीदवार बनाती तो वह उन्हें वोट देते क्योंकि शाजिया किरण बेदी से ज्यादा सुंदर है।
यादव की टिप्णी पर सदन में कई सदस्यों ने आपत्ति उठाई जिसके बाद उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं देंगे। सदन में यह मुद्दा उस समय उठा जब दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यादव द्वारा पिछले हफ्ते की गई टिप्पणी से अपने को अलग किया। उन्होंने कहा कि वह यादव की टिप्पणी से अपने को पूरी तरह से अलग करते हैं। उन्होंने यादव से अपील भी की कि वह अपनी टिप्पणी वापस ले लें।