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बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ ‘भेदभाव’ के खिलाफ विपक्षी सांसदों का संसद परिसर में प्रदर्शन

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के सांसदों ने...
बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ ‘भेदभाव’ के खिलाफ विपक्षी सांसदों का संसद परिसर में प्रदर्शन

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के सांसदों ने केंद्रीय बजट में विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों के साथ किए गए "भेदभाव और अन्याय" के खिलाफ बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया।

इस विरोध प्रदर्शन में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कई अन्य विपक्षी दलों के सांसद शामिल हुए।

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय बजट के विरोध पर कहा, "ये मोदी जी का कुर्सी बचाओ बजट है, सत्ता बचाओ बजट है, बदला लो बजट है। इस बजट से देश के 90% राज्य और 90% से अधिक लोग अलग-थलग कर दिए गए हैं। बजट भाजपा की सत्ता बचाने के लिए नहीं हो सकता, देश की जनता की भलाई के लिए होना चाहिए। मोदी सरकार का बजट केवल और केवल भाजपा की सत्ता बचाओ बजट बनकर रह गया है।"

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है... उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया।"

विपक्षी दल का दावा है कि आंध्र प्रदेश और बिहार को बड़ी मात्रा में धन दिया गया है ताकि भाजपा के सहयोगी दल- टीडीपी और जेडी(यू) खुश रहें, क्योंकि इस बार मोदी सरकार को सत्ता में बने रहने के लिए उनके समर्थन की जरूरत है। साथ ही, गैर एनडीए शासित राज्यों के साथ बजट में सौतेला व्यवहार किया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट को भेदभावपूर्ण करार दिया। वहीं, संसद में केंद्रीय बजट 2024 के खिलाफ इंडिया ब्लॉक के विरोध पर कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा, कल बैठक में इंडिया ब्लॉक के सभी नेता मौजूद थे। केंद्रीय बजट 2024 में भेदभाव का विरोध करने के लिए उन सभी की एक राय है। इसलिए आज सुबह 10:30 बजे हम संसद के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। हम सदन के अंदर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। हम विपक्षी दल द्वारा शासित राज्यों के साथ भेदभाव को उजागर करेंगे। हम बजट प्रस्तावों की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।"

 

वहीं, बजट चर्चा में कांग्रेस के पहले तीन वक्ता के रूप में बुधवार को कुमारी शैलजा, शशि थरूर और प्रणीति शिंदे लोकसभा में कांग्रेस का पक्ष रखेगे। इस बीच, लोकसभा में दिए जाने वाले जवाबों को लेकर कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी 18वीं लोकसभा के बजट सत्र के पहले बुधवार के प्रश्नकाल के दौरान सवालों के जवाब देने के लिए आज लोकसभा में उपस्थित होंगे? साथ ही बजट पर टैगोर ने निराशा जताई।

 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया और इसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।'

 

कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा, 'कल बैठक में सभी भारतीय ब्लॉक के नेता मौजूद थे। सभी की एक राय है कि केंद्रीय बजट 2024 में भेदभाव का विरोध किया जाए, इसलिए आज सुबह 10:30 बजे हम संसद के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। हम सदन के अंदर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। हम विपक्षी दल द्वारा शासित राज्यों के साथ भेदभाव को उजागर करेंगे। हम बजट प्रस्तावों की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।'

 

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