संसद सत्र शुरू होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी बेंचों की ओर जाकर सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव सहित विपक्षी दलों के नेताओं का अभिवादन किया। इससे पहले संसद भवन परिसर में पीएम मोदी मीडिया से भी रूबरू हुए। उन्होंने कहा, कल अच्छे माहौल में सर्वदलीय बैठक हुई। मुझे उम्मीद है कि सब मिलकर अच्छे निर्णय करेंगे। लेकिन इस मौके पर मोदी भूमि अधिग्रहण से जुड़ा सवाल अनसुना कर चले गए।
दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने ललित मोदी को सरकार से मिली मदद के मुद्दे पर खूब हंगामा किया। विपक्ष विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ा है। सरकार पर हमले तेज करने की रणनीति के तहत कांग्रेसी संसद कल संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देंगे। इसका नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे। दरअसल, कांग्रेस ललितगेट पर वोटिंग वाले नियम के तहत चर्चा की मांग कर रही है जबकि सरकार सामान्य चर्चा चाहती है।
राज्यसभा में ललितगेट का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के वादे झूठे साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ललित मोदी ईडी जांच में शामिल नहीं हुए। लेकिन सुषमा स्वराज के दिलाए ट्रैवल डॉक्युमेंट लेकर मौज कर रहे हैं। विदेश मंत्री ने खुद भगौड़े को डॉक्युमेंट्स दिलाए। मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी कांग्रेस के सदस्यों ने जमकर निशाना साधा। इस बीच, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का बचाव करने की कोशिश की। जेटली ने कहा कि ललित मोदी विवाद पर सदन में चर्चा की जाए, सुषमा स्वराज तुरंत जवाब देंगी। लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे, फिर आधे घंटे और फिर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस चर्चा से भाग रही है। लोकसभा की कार्यवाही भाजपा सांसद दिलीप सिंह भूरिया और 13 पूर्व सदस्यों के पिछले दिनों हुए निधन पर श्रद्धांजलि के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।