शून्यकाल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सदस्य ई टी मोहम्मद बशीर ने गैर कानूनी गतिविधियां निरोधक कानून (यूएपीए) के कथित दुरूपोग का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके तहत बड़ी संख्या में निर्दोष जेलों में बंद हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पुलिस को आतंकवाद को मनमाने ढंग से परिभाषित करने की छूट मिल गई है और सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका दुरुपयोग नहीं होने पाए।
बशीर ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह इसकी पक्की व्यवस्था करे कि इसका दुरूपयोग नहीं होने पाए और अगर वह एेसा नहीं कर पाती है तो इसे रद्द कर दिया जाए। उन्होंने इसके तहत गिरफ्तार किए गए लोगों के मामलों की न्यायिक समीक्षा की भी मांग की।
कांग्रेस के थोकचम मेन्या ने सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आफस्पा) को तुरंत रद्द करने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि इसका बड़े पैमाने पर दुरूपयोग हो रहा है और कई समितियों ने भी इसे समाप्त किए जाने की सिफारिश की हैं।