गुरु पर्व से ठीक पहले गुरु नानक देव जी से जुड़ा महत्वपूर्ण स्थान दरबार साहिब गुरुद्वारे के लिए बना करतारपुर कॉरिडोर खुल गया। मगर करतारपुर में दर्शन को लेकर सियासी जंग जारी है। एक तरफ जहां पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू फिर से आमने-सामने आ गए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी भेदभाव की शिकायत की है।
सूत्रों के अनुसार पंजाब सरकार की और से गृह मंत्रालय (एमएचए) से पहले जत्थे में 50 लोगों को साथ ले जाने की इजाजत मांगी गई थी मगर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू को छोड़कर अपने साथ कुछ करीबी कैबिनेट मंत्रियों और उनके परिवारों को लेकर करतारपुर कॉरिडोर पहुंच गए। इससे सिद्धू बहुत नाराज हो गए हैं और उनके समर्थक नेता भी चन्नी पर प्रश्न खड़ा कर रहे हैं।
चन्नी के साथ पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह, मनप्रीत सिंह बादल और विजिंदर सिंगला भी उपस्थित थे। इसके अलावा पंजाब के विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला और वृन्दरजीत सिंह पहरा ने भी सीएम के साथ दरबार में हाजिरी लगाई। चरणजीत सिंह चन्नी का परिवार भी उनके साथ दर्शन के लिए पहुंचा था।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कल ही इस जत्थे में शामिल होने की उम्मीद जताई थी मगर वे इस रेस में पिछड़ गए। सिद्धू को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के जत्थे में स्थान नहीं मिला। शुक्रवार को पंजाब सरकार को जो दूसरा जत्था जाएगा, उसमें भी सिद्धू शामिल नहीं है, उनका नंबर शनिवार यानी 20 नवंबर वाले जत्थे में आएगा।
गुरु पर्व के मौके पर करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में नतमस्तक होने के लिए जाने वाले वाले आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंड को मंजूरी नहीं मिल पाई। आप के जत्थे ने 19 नवंबर को करतारपुर कारिडोर के जरिये जाना था। मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के कनवीनर अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर इसकी निंदा करते हुए कहा है कि ऐसी राजनीति देश और समाज के लिए अच्छी नहीं है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, गुरु पर्व के दिन गुरु महाराज जी के दरबार में माथा टेकने से रोकना तो बहुत ग़लत है। गुरु महाराज जी के दरबार में माथा टेकने और अरदास करने से तो किसी दुश्मन को भी नहीं रोकना चाहिए। इससे पहले आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने करतारपुर कॉरिडोर के 20 महीने के बाद खुलने पर खुशी जाहिर की थी। पार्टी ने कहा कि उसके विधायक प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान के नेतृत्व में 19 नवंबर को गुरुद्वारा श्री करतार साहिब जाकर दर्शन करेंगे।