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करतारपुर साहिबा को लेकर प्रधानमंत्री का बड़ा बयान, कहा- अगर 1971 में सत्ता में होते तो भारत में होता गुरुद्वारा

2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, पंजाब में चुनाव तो लड़ रही है लेकिन शिरोमणि अकाली दल (एसएडी)...
करतारपुर साहिबा को लेकर प्रधानमंत्री का बड़ा बयान, कहा- अगर 1971 में सत्ता में होते तो भारत में होता गुरुद्वारा

2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, पंजाब में चुनाव तो लड़ रही है लेकिन शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के बिना ही. बता दें कि एसएडी ने कृषि कानूनों पर हुए हंगामे के बाद खुद को एनडीए से अलग कर लिया था. बुधवार को प्रधानमंत्री ने पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि वो राज्य की 13 सीटों में से कुछ सीटें तो जरूर हासिल करेंगे।

अभियान के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब में कहा कि राष्ट्र निर्माण के वक्त सिख समुदाय हमेशा आगे खड़ी रही है. उन्होंने आगे कहा कि अगर 1971 में वह सत्ता में होते तो युद्धबंदियों के बदले में वो करतारपुर साहिबा को पाकिस्तान से ले लेते. प्रधानमंत्री ने करतारपुर को पाकिस्तान के क्षेत्र में रह जाने के पीछे कांग्रेस को दोषी ठरहाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि 70 सालों तक हम करतारपुर के दर्शन केवल दूरबीन से ही कर पाते थे.

आपको बता दें कि भाजपा आम आदमी पार्टी को लेकर भी काफी हमलावर हो गई है. भाजपा दावा करती है कि दिल्ली में वो सातों सीटें जीतने वाली है. जबसे आबकारी नीति और आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी हुई है तभी से भाजपा आप को लेकर और भी हमलावर होती दिख रही है.

हाल में मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सलाहकार बिभव कुमार पर आम आदमी की राज्य सभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया था कि कुमार ने सीएम आवास में उनके साथ मारपीट की थी. इस मामले के बाद भाजपा को आम आदमी पार्टी पर हमला करने का एक और मौका मिल गया.
गुरूवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने मालीवाल को धोखा दे दिया है. वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने केजरीवाल के आवास पर कुमार की मौजूदगी पर सवाल उठाया और बताया कि पार्टी या सरकार में उनकी कोई भूमिका नहीं है।

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