पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ उत्तर प्रदेश और बिहार के 'लोगों के बारे में कथित 'अपमानजनक' टिप्पणी को लेकर गुरुवार को बिहार की एक अदालत में शिकायत दर्ज की गई। याचिका मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मुजफ्फरपुर की अदालत में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी द्वारा दायर की गई थी, जिन्होंने दावा किया है कि उनकी टिप्पणी ने "पंजाब में रहने वाले बिहारियों के जीवन को खतरे में डाल दिया है।"
दरअसल, मुख्यमंत्री चन्नी एक रोड शो के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पंजाब की बहू बता रहे थे। रोड शो में बोलते हुए वो इतना उत्साहित हुए कि उन्होंने यहां तक कह डाला कि पंजाब, पंजाबियों का है इसलिए यूपी और बिहार के भईये को पंजाब में फटकने नहीं देना है।
हाई-प्रोफाइल लोगों के खिलाफ मुकदमेबाजी के लिए चर्चा में रहने वाले हाशमी ने चन्नी के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 294ए, 504 और 511 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को निर्देश देने की मांग की है, जो जानबूझकर भावनाओं का अपमान करने से संबंधित है। याचिका पर उचित समय पर सुनवाई किए जाने की संभावना है।
इस बयान पर राजनीतिक स्पेक्ट्रम से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। आज सुबह ही बिहार के लोगों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के विवादित बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था पंजाब में बिहार के लोगों की कितनी बड़ी भूमिका है, बिहार के लोगों ने कितनी सेवा की है। हमें तो आश्चर्य लगता है कि ऐसी बात लोग कैसे बोल देते हैं।"
वही आज पीएम मोदी में भी चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा था कि संत रविदास का जन्म पंजाब में हुआ था? उनका जन्म वाराणसी, उत्तर प्रदेश में हुआ था। आप कहते हैं कि उत्तर प्रदेश के 'भैया' को (पंजाब में) प्रवेश नहीं करने देंगे। तो क्या आप संत रविदास को भी ठुकरा देंगे? क्या आप उनका नाम मिटा देंगे? गोबिंद सिंह का बिहार के पटना साहिब में हुआ था। तो, क्या आप गुरु गोबिंद सिंह का भी अपमान करेंगे?
आपको बता दे कि पंजाब में इस बार चौतरफा मुकाबला देखने को मिल रहा है। राज्य में 20 फरवरी को एक चरण में विधानसभा चुनाव होंगे और मतदान का नतीजा 10 मार्च को निकलेगा।