अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से सोमवार को राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को डिस्चार्ज कर रांची भेज दिया गया। डिस्चार्ज होने के बाद लालू ने कहा कि यह अन्यायपूर्ण है और मेरे स्वास्थ्य को बिगाड़ने की साजिश है।
उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी जगह पर भेजा जा रहा है जहां कोई सुविधा नहीं है। यह मुश्किल समय है पर मैं इसका सामना करूंगा। इससे पहले सोमवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एम्स पहुंच कर लालू से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। राजद प्रमुख का यहां हार्ट और किडनी से जुड़ी समस्याओं का इलाज चल रहा था।
Delhi: RJD Chief Lalu Prasad Yadav leaves after being discharged from All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS). He was undergoing treatment for various ailments related to heart and kidney here & will now be taken to Ranchi. pic.twitter.com/6M81uT1XNG
— ANI (@ANI) April 30, 2018
इससे पहले एम्स के इस फैसले पर लालू यादव के पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आश्चर्य जताया था। तेजस्वी ने कहा कि लालूजी को एम्स से रांची के अस्पताल में ले जाने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। उन्होंने एम्स को ज्यादा अच्छा संस्थान बताते हुए कहा कि मुझे इस बात का आश्चर्य है कि यह फैसला क्यों लिया गया। राजद नेता ने कहा कि एम्स के अधिकारी ही इसका कारण बता सकते हैं कि अचानक लालूजी को वापस रांची भेजने का निर्णय क्यों किया गया।
लालू को चारा घोटाले के कई मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है। सजा काटने के लिए उन्हें रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रखा गया है। वहां तबीतय बिगड़ने पर पहले उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया और बाद में एम्स लाया गया।
एम्स ने हंगामा करने वालों पर दर्ज कराई शिकायत
लालू को डिस्चार्ज करने के दौरान उनके समर्थकों ने एम्स परिसर में का काफी हंगामा किया और यहां के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। एम्स प्रसासन ने इसकी शिकायत हौज खास थाने में दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि आठ-दस अज्ञात लोगों ने उस वक्त हंगामा किया जब लालू यादव को डिस्चार्ज किया जा रहा था। इस हंगामे के कारण कैथ लैब का शीशा टूट गया और खुर्शीद आलम नाम का सुरक्षा गार्ड घायल हो गया। एम्स के उप सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार ने यह शिकायत दर्द कराई है।