दिल्ली में राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर चर्चा के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक से टीआरएस समेत कई पार्टियों ने पहले ही किनारा कर लिया है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी इस बैठक से दूरी बनाने की बात कही है। टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्हें बैठक के लिए नहीं बुलाया गया। उन्होंने बैठक में न जाने के पीछे कांग्रेस के बैठक में शामिल होना भी बताया है।
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी को भी आमंत्रित किया जाता तो वह इसमें शामिल नहीं होते क्योंकि कांग्रेस पार्टी को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को न बुलाया जाता तो वह इस बैठक में जरूर जाते भले ही टीएमसी उनकी पार्टी के बारे में गलत बयानबाजी करती है।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता ने 22 राजनीतिक दलों को बैठक में आमंत्रित किया। ममता की तरफ से के चंद्रशेखर राव, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, नवीन पटनायक, पिनराई विजयन, हेमंत सोरेन, एमके स्टालिन और उद्धव ठाकरे को भी निमंत्रण भेजा गया। लेकिन एआईएमआईएम को नजरअंदाज कर दिया।
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होंगे और नतीजे 21 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) भी कांग्रेस पार्टी को दिए गए निमंत्रण के कारण बैठक से दूर है। एआईएमआईएम भी कांग्रेस के साथ किसी भी मंच को साझा करने का कड़ा विरोध कर रही है।