समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सात साल के शासन की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में कोई कानून नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही पुलिस बल के आधुनिकीकरण का दावा किया हो, लेकिन यह 'दिखावा' से ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने भाजपा सरकार पर बदले की भावना से अपनी पार्टी के शासनकाल के दौरान स्थापित अत्याधुनिक पुलिस प्रतिक्रिया प्रणाली को नष्ट करने का आरोप लगाया।
अखिलेश ने पूछा कि उनसे 'कैसे उम्मीद की जा सकती है कि वे पुलिस बल को तकनीकी रूप से स्मार्ट, कुशल और सक्षम बनाएंगे?' नवनिर्वाचित सांसद ने एक बयान में कहा, 'अपराध नियंत्रण का मुख्यमंत्री का दावा झूठा साबित हुआ है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।' उनकी यह टिप्पणी आदित्यनाथ की उस टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुशासन के लिए कानून का शासन आवश्यक है और राज्य पुलिस ने इसे बनाए रखने में बेहतरीन काम किया है।
अखिलेश ने आगे कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है, अपराधी बेलगाम हैं, दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं और हत्याएं हो रही हैं। सपा प्रमुख ने कहा, "अराजकता चरम पर है।" उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता और नेता इस पर आमादा हैं। हाल ही में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बरेली में दो गुटों के बीच खुलेआम गोलियां चलीं। उन्होंने कहा कि "भाजपा सरकार के अन्याय और अत्याचार से जनता परेशान है। लोगों में गुस्सा है।"