यूपी विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद अखिलेश यादव अब एमएलसी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। सपा को भले ही इन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन अखिलेश का कहना है कि उनकी पार्टी की नैतिक जीत हुई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत की वजह सपा पहले से मजबूत हुई है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कमजोर हुई है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव आज सीतापुर पहुंचे थे जहां उन्होंने पहली बार मीडिया से समाजवादी पार्टी की हार को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि "यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की नैतिक जीत हुई है। जनता के सहयोग और सपा के कार्यकर्ताओं के सहयोग से समाजवादी पार्टी बढ़ रही है और भाजपा घटी है। वोट का प्रतिशत और सीटें दोनों बढ़ी हैं।" अखिलेश ने एक बार फिर महंगाई के मुद्दे पर बात की और कहा कि "जो बुनियादी सवाल थे वो आज भी हैं, भाजपा को हल निकालना होगा कि महंगाई कम कैसे हो।"
समाजवादी पार्टी की नैतिक जीत हुई है। जनता के सहयोग और सपा के कार्यकर्ताओं के सहयोग से समाजवादी पार्टी बढ़ रही है और BJP घटी है। वोट का प्रतिशत और सीटें बढ़ी हैं। जो बुनियादी सवाल थे वो आज भी हैं, BJP को हल निकालना होगा कि महंगाई कम कैसे हो: सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सीतापुर, UP pic.twitter.com/KD7Ftghjnn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2022
इससे पहले भी अखिलेश यादव ट्वीट कर यूपी में मिली हार का ठीकरा ईवीएम के सिर फोड़ चुके हैं। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि "पोस्टल बैलेट में सपा-गठबंधन को मिले 51.5% वोट व उनके हिसाब से 304 सीटों पर हुई सपा-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। पोस्टल बैलेट डालने वाले हर उस सच्चे सरकारी कर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता!"