नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी पर भाजपा के खिलाफ अपने आक्रमक तेवर जारी रखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने सिलीगुड़ी की एक सभा में पीएम मोदी से सवाल किया कि आप भारत के प्रधानमंत्री हैं या पाकिस्तान के राजदूत, आप हर मुद्दे पर पाकिस्तान का महिमामंडन क्यों करते हैं?
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक की एक जनसभा में पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा था कि जो लोग संसद के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं, उन्हें अल्पसंख्यकों पर पाकिस्तान के अत्याचारों को उजागर करना चाहिए। पीएम ने यह भी कहा कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को पाकिस्तान के खिलाफ "आवाज उठानी चाहिए"।
'देश की अपनी संस्कृति और विरासत है'
ममता बनर्जी ने कहा कि भारत एक बड़ा देश है जिसकी संस्कृति और विरासत समृद्ध है, आपको पाकिस्तान के साथ भारत की तुलना नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री भारत के बारे में भूल गए हैं जो उन्हें बार-बार पाकिस्तान के बारे में बात करने की जरूरत पड़ती है।
'अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रहेगीी'
सीएए और एनआरसी पर विवाद पर ममता बनर्जी ने कहा कि यह शर्म की बात है कि आजादी से 70 साल बाद भी हमें अपनी नागरिकता साबित करनी होगी। उन्होंने लोगों से साथ आने का आह्वान करते हुए कहा कि मैं सीएए और एनआरसी के खिलाफ लड़ रही हूं। मेरे साथ आएं। मैं सभी लोगों के अपील कर रही हूं कि हमारे लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं।
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी "अपने अधिकारों के लिए लड़ेगी" और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को सीएए और प्रस्तावित एनआरसी के माध्यम से उनके अधिकारों को "छीनने" नहीं देगी। उन्होंने भाजपा पर "जानबूझकर" एनआरसी के कार्यान्वयन पर भ्रम पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके नेता इस मुद्दे पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "एक तरफ प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि कोई एनआरसी नहीं होगा, लेकिन दूसरी तरफ, केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि यह अभ्यास पूरे देश में आयोजित किया जाएगा।