ललन सिंह के जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के ठीक एक दिन बाद पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दे दिया है। कुशवाहा ने रविवार को कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पीएम मैटेरियल हैं। उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश भी पीएम रेस में हैं। गौरतलब है कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर मोदी सरकार और नीतीश सरकार दोनों आमने-सामने है। नीतीश जातीय जनगणना पर जोड़ दे रहे हैं। जबकि केंद्र इसे नकार रही है।
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अब उपेंद्र कुशवाहा के बयान ने इस बात की ओर संकेत देने शुरू कर दिए हैं कि जिस तरह से जेडीयू अब राज्यों में होने वाले चुनावों में लड़ेगी, ललन सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद एनडीए में कुछ बड़ा हो सकता है। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू को चिराग की वजह से काफी नुकसान हुआ है और नीतीश एनडीए में बीजेपी के सामने छोटे भाई की भूमिका में आ गए हैं। जेडीयू जानती है कि चिराग के पीछे बीजेपी की चाल थी। यही वजह है कि अब जेडीयू अपने संगठन के विस्तार पर जोर दे रही है और कुशवाहा ने पीएम मैटेरियल का राग अलाप कर राजनीति गर्मी बढ़ा दी है।
दरअसल, बीजेपी की तरफ लगातार संकेत मिल रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन में टूट हो सकता है। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बीते दिनों हाजीपुर में अपने कार्यकर्ताओं से कहा था कि संगठन को इतना मजबूत करें कि अगली बार भाजपा की सरकार बने। वहीं, कई जातीय जनगणना समेत कई मोर्चों पर बीजेपी-जेडीयू आमने-सामने आ चुकी है।
शनिवार को नीतीश ने कहा था, "राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले ही पदाधिकारियों की बैठक में ही लोगों ने प्रस्ताव तैयार किया था और आज उसे रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। ये राष्ट्र के और सभी लोगों के हित में है क्योंकि एक बार सब फीगर जानना बहुत जरूरी है।"
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने राज्यों के आगामी चुनावों को लेकर यहां तक कहा है कि यदि सीटों पर बात बनेगी तो वो एनडीए के साथ अन्य राज्यों में चुनाव लड़ेंगे नहीं तो अकेले लड़ेंगे। यूपी में करीब दो सौ सीटों पर जेडीयू के चुनाव लड़ने की तैयारी है। मणिपुर में भी पार्टी चुनाव लड़ेगी।