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कर्नाटक फ्लोर टेस्ट: विधानसभा पहुंचे येदियुरप्पा, आज साबित करेंगे बहुमत

चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने बीएस येदियुरप्पा आज यानी सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने...
कर्नाटक फ्लोर टेस्ट: विधानसभा पहुंचे येदियुरप्पा, आज साबित करेंगे बहुमत

चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने बीएस येदियुरप्पा आज यानी सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा पहुंच गए हैं। कांग्रेस और जेडीएस के बाकी बागी विधायकों को भी रविवार को स्पीकर द्वारा अयोग्य ठहराने के बाद येदियुरप्पा की राह में कोई रोड़ा नजर नहीं आ रहा। स्पीकर रमेश कुमार ने सभी बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया है। स्पीकर रमेश कुमार ने 25 जुलाई को 3 बागी विधायकों आर शंकर (केपीजेपी विधायक जिसने कांग्रेस के साथ विलय किया था) और रमेश जर्किहोली (कांग्रेस), महेश कुमठल्ली (कांग्रेस) को अयोग्य ठहराया था। वहीं, रविवार को बाकी बचे बागी विधायकों को भी अयोग्य घोषित कर दिया।

स्पीकर के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट जाएंगे बागी विधायक

स्पीकर के फैसले को कांग्रेस-जेडीएस के बागियों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है। जेडीएस नेता और बागी विधायक एएच विश्वनाथ ने कहा कि फैसला ‘कानून के विरुद्ध’ है और वह अन्य असंतुष्ट विधायक के साथ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे। विश्वनाथ ने कहा, 'अयोग्यता विधि विरुद्ध है...मात्र उन्हें जारी व्हिप के आधार पर आप विधायकों को सदन में आने के लिए बाध्य नहीं कर सकते।'

 

ये विधायक अयोग्य घोषित

 

स्पीकर रमेश कुमार ने कांग्रेस के बैराठी बसवराज, मुनिरत्न, एसटी सोमशेखर, रोशन बेग, आनंद सिंह, एमटीबी नागराज, बीसी पाटिल, प्रताप गौड़ा पाटिल, डॉ. सुधाकर, शिवराम हेब्बार, श्रीमंत पाटिल को अयोग्य करार दिया। इसके अलावा जेडीएस के तीन बागी विधायकों के. गोपालैया, नारायण गौड़ा, ए एच विश्वनाथ को भी अयोग्य करार दिया है। हालांकि स्पीकर ने अभी बसपा के एकमात्र विधायक एन महेश पर कोई फैसला नहीं लिया है। गौरतलब है बसपा सुप्रीमो मायावती के स्पष्ट निर्देश के बावजूद एन महेश ने कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में मतदान नहीं किया था।

 

इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने तीन विधायकों-आर शंकर, रमेश जारकीहोली और महेश कुमथल्ली को अयोग्य करार दिया था। आज 14 विधायकों के अयोग्य करार देने के बाद अब कुल 17 विधायक अयोग्य करार दिए जा चुके हैं। 15 वीं विधानसभा के कार्यकाल की समाप्ति तक सभी अयोग्य विधायक चुनाव नहीं लड़ सकते।

 

बागियों ने मांगा था समय

 

इससे पहले बागी विधायकों ने स्पीकर के समक्ष पेश होने के लिए चार हफ्ते का समय मांगा था। स्पीकर रमेश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "उन्होंने चार सप्ताह का समय मांगा था। हमने उन्हें नोटिस दिया था, लेकिन वे नहीं आए और ना ही मुझसे मिले।"इस पर रविवार को फैसला करते हुए रमेश कुमार ने उन्हें समय देने से इंकार कर उन्हें अयोग्य करार दे दिया। 

येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 105 विधायक चाहिए

कर्नाटर विधानसभा में नंबरों की बात करें तो मौजूदा समय में विधासभा में कुल 225 विधायक हैं। 225 में 17 अयोग्य करार होने के बाद विधानसभा का आंकड़ा 208 पर पहुंच गया है। येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 105 विधायक चाहिए। निर्दलीय के समर्थन के साथ बीजेपी का आंकड़ा 106 विधायक पर पहुंच रहा है जबकि कांग्रेस और जेडीएस के पास महज 100 विधायक ही हैं।  

बीजेपी की राह बिल्कुल आसान

नंबर से साफ है कि बीजेपी की राह बिल्कुल आसान है और येदियुरप्पा अपनी कुर्सी बचाने में पूरी तरह से कामयाब होंगे। बीजेपी के नेता कॉन्फिडेंट हैं लेकिन कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट में कुछ भी हो सकता है।

स्पीकर के खिलाफ लाया जाएगा अविश्वास प्रस्ताव

वहीं, जीडीएस के बीजेपी को समर्थन देने की अटकलों पर कुमार स्वामी ने फुलस्टॉप लगा दिया है और कहा कि जेडीएस विपक्ष की भूमिका निभाएगा। मौजूदा आंकड़ों को देखकर लगता भी नहीं कि बीजेपी को जेडीएस के समर्थन की जरूरत है। इसके साथ ही बीजेपी की तरफ से स्पीकर रमेश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह दिया गया है, जो पारंपरिक रूप से सत्तारूढ़ दल के किसी सदस्य के पास होता है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।

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