तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि अगर कांग्रेस अगले महीने होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल नहीं कर सकी तो कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी चिदंबरम को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने 14 फरवरी को होने वाले गोवा चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन की औपचारिक पेशकश के साथ चिदंबरम से संपर्क किया था। टीएमसी के महासचिव अभिषेक ने कहा, "जब हम यहां पहुंचे, तो कांग्रेस और आप जैसी पार्टियों ने सवाल उठाया कि (अगर) टीएमसी बीजेपी विरोधी वोटों को बांटने की कोशिश कर रही है।" उन्होंने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने समान विचारधारा वाले लोगों से गठबंधन बनाने का आह्वान किया था।
अभिषेक ने कहा, "एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी) ने आगे आकर (टीएमसी के साथ) गठबंधन किया, लेकिन बाकी पार्टियां यह प्रचार करने में व्यस्त थीं कि टीएमसी वोट बांट रही है।" टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि चिदंबरम "अपनी पार्टी के हितों की सेवा के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं"।
उन्होंने कहा कि चिदंबरम ने कहा कि टीएमसी ने कभी (गठबंधन के लिए) प्रस्ताव नहीं दिया। टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन वर्मा ने स्पष्ट किया कि वह 24 दिसंबर को दोपहर 1.30 बजे प्रस्ताव लेकर चिदंबरम के घर गए थे।
अभिषेक ने कहा कि टीएमसी की ओर से कोई ठोस पेशकश नहीं की गई थी। वर्मा ने कहा है कि वह चिदंबरम के घर गए और उनसे अनुरोध किया कि हमें गोवावासियों की खातिर अपने अहंकार को अलग रखते हुए साथ आना चाहिए।
बनर्जी ने आगे कहा, "अगर वह (चिदंबरम) भाजपा को हराने में विफल रहते हैं, तो उन्हें सबसे पहले इस्तीफा देना चाहिए। उन्हें दुनिया को बताना चाहिए कि वह जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस, जो लोगों को राज्य पर शासन करने का मौका देने के लिए कह रही है, 2017 में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन अपने ग्रुप को एक साथ नहीं रख सकी और उसके 80 प्रतिशत विधायक दलबदल कर गए। बीजेपी ने 2017 में गोवा में गठबंधन करके सरकार बनाई।