पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पांच दिवसीय दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष के कई नेताओं से मिलीं तो एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से फोन पर बात की। ममता ने विपक्षी नेताओं के साथ 2024 में बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए रणनीति बनाई। ममता बनर्जी ने विपक्षी एकता पर जोड़ देते हुए कहा कि हमारा नारा है, 'लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ'। हालांकि, उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की।
दौरा खत्म कर शुक्रवार को कोलकाता लौटने से पहले उन्होंने दिल्ली में कहा कि उन्होंने कई नेताओं से मुलाकात की, उनका दौरा सफल रहा है। ममता ने कहा कि मैंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बात की, अगली बार उनसे मुलाकात करूंगी। कोरोना की वजह से कई नेताओं से मुलाकात नहीं हो पाई. मैं हर दो महीने पर दिल्ली आऊंगी।
ममता बनर्जी ने कृषि कानूनों और पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसानों को हमारा पूर्ण समर्थन है। क्या वह विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं, के सवाल पर उन्होंने मीडिया को कहा किमैं कोई राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हूं। यह परिस्थिति पर निर्भर करता है। अगर कोई और नेतृत्व करता है तो मुझे कोई समस्या नहीं. जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी तब हम निर्णय ले सकते हैं। मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती।
बंगाल चुनाव के बाद पहली बार ममता बनर्जी 26 जुलाई को दिल्ली पहुंची थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने पीएम से कोरोना वैक्सीन की कमी और बंगाल का नाम बदलने को लेकर चर्चा की। उन्होंने कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी से भी मुलाकात की। ममता बनर्जी 2024 में विपक्षी एकता पर जोड़ दे रही हैं।पिछले दिनों सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि विपक्षी एकता सतत प्रक्रिया है। जब मोदी अगला चुनाव लड़ेंगे तो यह देश के साथ होगा। यानी 2024 में अगला लोकसभा चुनाव मोदी बनाम संयुक्त विपक्ष होगा।
हाल ही में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता ने बीजेपी के आक्रामक चुनावी अभियान का सफलतापूर्वक सामना किया और भगवा पार्टी को 77 सीटों तक रोकने में कामयाब रहीं। बीजेपी ने यहां 200 से अधिक सीटों पर जीत का दावा किया था। ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार सत्ता जरूर हासिल की है।