बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से वापस रांची के मेडिकल कॉलेज में भेजा जाएगा। एम्स के इस फैसले पर लालू यादव के पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आश्चर्य जताया है।
तेजस्वी ने कहा कि लालूजी को एम्स से रांची के अस्पताल में ले जाने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। उन्होंने एम्स को ज्यादा अच्छा संस्थान बताते हुए कहा कि मुझे इस बात का आश्चर्य है कि यह फैसला क्यों लिया गया। राजद नेता ने कहा कि एम्स के अधिकारी ही इसका कारण बता सकते हैं कि अचानक लालूजी को वापस रांची भेजने का निर्णय क्यों किया गया।
The decision to shift Laluji from AIIMS to Ranchi Hospital has been taken in haste. AIIMS is much better and I wonder why this decision has been taken. Only AIIMS authorities can reveal the reason behind the sudden transfer of Laluji: RJD leader Tejashwi Yadav pic.twitter.com/FSz5ZOnFpN
— ANI (@ANI) April 30, 2018
दूसरी ओर, एम्स ने एक बयान जारी कर कहा है कि लालू प्रसाद यादव को उनके बिगड़ते स्वास्थ्य की वजह से एम्स भेजा गया था। उन्होंने उल्लेखनीय सुधार किया है और उन्हें अपने पुरानी बीमारियों के इलाज के लिए वापस रांची मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है।
Lalu Prasad Yadav was referred to #AIIMS for management of his acute medical condition. He has improved significantly and is being referred back to Ranchi Medical College for management of his chronic issues: All India Institutes of Medical Sciences(AIIMS) statement
— ANI (@ANI) April 30, 2018
उधर, लालू ने एम्स को अपने इलाज को लेकर एम्स को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि वह फिर से रांची के अस्पताल में वापस नहीं जाना चाहते हैं। लालू ने कहा है कि वह अस्पताल उनके इलाज के लिए ठीक से सुसज्जित नहीं है।
RJD chief Lalu Prasad Yadav writes to All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) stating, 'I don't want to be shifted back to Ranchi hospital, as that hospital is not properly equipped to treat my ailments'. (File Pic) pic.twitter.com/tUWlt35WJX
— ANI (@ANI) April 30, 2018
लालू यादव हृदयरोग, किडनी इंफेक्शन, सुगर एवं कई अन्य प्रकार के बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्हें चारा घोटाले के कई मामलों में सजा सुनई जा चुकी है। सजा काटने के लिए उन्हें रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रखा गया है। वहां तबीतय बिगड़ने पर पहले उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया और बाद में एम्स लाया गया।