चुनाव आयोग द्वारा अपने 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश के खिलाफ आम आदमी पार्टी दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गई। हालांकि, कोर्ट से पार्टी को कोई अंतरिम राहत नहीं मिली। दिल्ली हाईकोर्ट ने लाभ के पद मामले में आप को किसी भी तरह की अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया।
#FLASH Delhi High Court refuses to grant interim relief to Aam Aadmi Party MLAs in Office of Profit case
— ANI (@ANI) January 19, 2018
वहीं इस फैसले को लेकर जहां आप ने पक्षपात का आरोप लगाया है तो विपक्ष ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा है। मालूम हो कि आप के विधायकों को संसदीय सचिव बनाने के तहत सुविधा लेने को लेकर शिकायत की गई थी जिसे लाभ का पद मानते हुए चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति को विधायकों की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है।
इस मामले पर आप नेता आशुतोष ने ट्वीट करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग को पीएमओ का लेटर बाक्स नहीं होना चाहिए, लेकिन यह आज की सच्चाई है.। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा है कि लाभ के पद में जब कोई लाभ हुआ ही नहीं है तो लाभ के पद के आरोप में चुने प्रतिनिधियों को हटाना गलत है। 21 विधायकों की विधानसभा में एक करोड़ लोग रहते हैं, अगर इन लोगों में से कोई भी आकर कह दे कि इन विधायकों ने बंगला और गाड़ी ली है तो नैतिक जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आयोग ने आपके किसी विधायक का पक्ष नहीं सुना है। वहीं, आप के नेता नागेंद्र शर्मा ने आयोग के फैसले को पक्षपातपूर्ण कहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने आप विधायकों की बात नहीं सुनी। साथ ही आयोग मीडिया को खबरें लीक कर रहा है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने ट्वीट कर कहा है कि 20 विधायकों की सदस्यता रद्द होना अरविंद केजरीवाल की नैतिक हार है, उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। आप के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने इसके पीछे एक आदमी के लालच को जिम्मेदार ठहराया। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने कभी भी कानून का पालन नहीं किया। संविधान को नहीं माना। लेकिन आज का फैसला आम आदमी पार्टी को आइना दिखाने वाला है। यह देश संविधान से चलता है और संविधान से ही चलेगा। दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि 'आप' ने गैर कानूनी काम किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इन विधायकों को इस्तीफा दे देना चाहिए। माकन ने कहा कि दिल्ली में हमारी पार्टी विरोध प्रदर्शन करेगी और केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करेगी।