झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत और बिगड़ गई है। उनके फेफड़े का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जगरनाथ महतो का हाल जानने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ मेडिका अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों से महतो के सेहत के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगरनाथ महतो की स्थिति चिकित्सा के लिए राज्य से बाहर ले जाने की नहीं है। हालांकि इसको लेकर प्रयास हो रहा है।
एमजेएम, चेन्नई के लंग्स एक्सपर्ट से बात हुई है। चेन्नई से डॉक्टरों की टीम कल आने वाली थी लेकिन आज ही आने का अनुरोध किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तबीयत और बिगड़ने के कारण टीम से आज ही आने का अनुरोध किया गया है। ताकि बाहर ले जाने और बेहतर इलाज के संबंध में विमर्श किया जा सके। हम लगातार उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं मगर ऐसी स्थिति नहीं बन रही है।
28 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद शिक्षा मंत्री को रिम्स ( राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) रांची के कोविड वार्ड में एडमिट किया गया था। सांस लेने में तकलीफ के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें रांची के ही मेडिका में भर्ती किया गया। ऑक्सीजन सपोर्ट के भी बहुत काम नहीं करने और फेफड़े में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शनिवार को ही मेदांता, दिल्ली के चिकित्सकों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखने की सलाह दी थी।