उल्लेखनीय है कि सन 2014 के लोकसभा चुनाव में अब्दुल्ला पहली बार हारे थे। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के लिए भी उनकी लोकप्रियता के लिहाज से यह चुनाव अहम माना जा रहा था। बुधवार को हुई दोबारा वोटिंग में महज 2 फीसदी वोटिंग हुई थी। कश्मीर में यह अब तक का सबसे कम मतदान है।
हालांकि, मतदान केंद्रों पर हिंसा की कोई बड़ी वारदात नहीं हुई। बडगाम जिले के चादूरा, चरार-ए-शरीफ, खानसाहिब और बीरवाह तहसील के 38 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान के आदेश दिए गए थे, क्योंकि यहां रविवार को हुए चुनाव के दौरान हिंसा से मतदान ठीक से नहीं पाया था।
9 अप्रैल को श्रीनगर उपचुनाव में हुई भारी हिंसा और बेहद कम मतदान को देखते हुए चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में 12 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव स्थगित कर दिया। अब ये चुनाव 25 मई को होंगे।