पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को नफरत की राजनीति में व्यस्त रहने के बजाय अर्थव्यवस्था के सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही आरोप लगाया कि केंद्र कोई भी निर्णय करने से पहले राज्यों के साथ विचार-विमर्श नहीं करता।
ममता बनर्जी ने कहा कि आर्थिक दशा को सुधारने के लिए हर किसी को साथ मिलकर काम करना चाहिए, जरूरत हो तो प्रधानमंत्री को विपक्षी दलों के साथ बात करनी चाहिए।
केंद्र न करे प्रतिशोध की राजनीति
विधानसभा में राज्य का बजट पेश होने के बाद उन्होंने मीडिया से केंद्र सरकार से अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करने और प्रतिशोध की राजनीति से दूर रहने की अपील की। ममता ने आरबीआइ द्वारा अर्थव्यवस्था की स्थिति पर हालिया टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को नफरत की राजनीति के बजाय अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।
सीएए-एनआरसी के खिलाफ उठाई आवाज
ममता बनर्जी ने हर किसी को साथ मिलकर काम करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि नफरत की राजनीति से केंद्र को परहेज करना चाहिए। बता दें कि ममता बनर्जी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सबसे मुखर आलोचकों में से रही हैं। सीएए और प्रस्तावित नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के खिलाफ आवाज उठाने वाली पहली मुख्यमंत्री भी थीं।