स्वामी ने उपराज्यपाल नजीब जंग पर भी सांसद को केजरीवाल सरकार के हमले से बचाने में विफल रहने को लेकर हमला बोला और उन पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से इस मसले पर दिशा निर्देश ले रहे हैं। उन्होंने कहा, अगर केजरीवाल माफी मांगेंंगे, तभी दिल्ली सरकार बचेगी। सरकार को राष्ट्रीय हित में बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि वर्ष 1991 में जब वह केंद्रीय कानून मंत्री थे, तब उन्होंने चार राज्यों की सरकारों को बर्खास्त कर दिया था और तत्कालीन केंद्र सरकार के फैसले को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था और इस फैसले का संसद में समर्थन किया गया था।
राज्य सभा के सांसद स्वामी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल अक्सर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला बोलने के लिए वार करो और भाग जाओ की नीति अपनाते हैं। उन्होंने कहा, उन्हें गिरि के खिलाफ अपने आरोपों के समर्थन में या तो दस्तावेज दिखाने चाहिए या फिर माफी मांगनी चाहिए।
जब स्वामी से पूछा गया कि उन्होंने अब तक जंग को हटाए जाने की मांग क्यों नहीं की तो उन्होंने कहा कि वह आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन के मुद्दे को लेकर व्यस्त थे लेकिन अब वह इस मुद्दे पर सरकार से बात करेंगे।
धरने में शामिल होते हुए भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री को गिरि का सामना करने की चुनौती दी और आरोप लगाया कि आधारहीन आरोप लगाना और फिर जाकर छिप जाना केजरीवाल की पुरानी आदत है। गिरी रविवार से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसी बीच आप पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि गिरी को 21 दिन तक भूख हड़ताल करना चाहिए, अगर वह ऐसा नहीं करें तो लोग इसे महज नौटंकी समझेंगे। केजरीवाल ने पत्र में जंग पर एमएम खान की हत्या में गिरि को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। एमएम खान एनडीएमसी के एक अधिकारी थे।
एस्टेट अधिकारी खान को 16 मई को दक्षिण दिल्ली के जामिया नगर में गोली मार दी गई थी। इसके अगले दिन ही उन्हें निकाय द्वारा पट्टे पर दी गई जमीन पर चल रहे एक होटल की पट्टे से जुड़ी शर्तों पर एक आदेश जारी करना था।