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मानहानि केस: हाईकोर्ट ने केजरीवाल, आप नेताओं से मांगा जवाब

दिल्ली हाईकोर्ट ने वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा दायर दीवानी मानहानि केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पांच नेताओं से जवाब मांगा है। इन नेताओं ने अरुण जेटली पर डीडीसीए में कथित भ्रष्‍टाचार को लेकर कई आरोप लगाए थे।
मानहानि केस: हाईकोर्ट ने केजरीवाल, आप नेताओं से मांगा जवाब

ज्वाइंट रजिस्ट्रार कोवई वेणुगोपाल ने अरविंद केजरीवाल और आप के पांच नेताओं - कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्डा और दीपक वाजपेयी को नोटिस जारी किया। यह नोटिस जेटली द्वारा दायर वाद पर जारी किया गया है जिसमें उन्होंने उनके और उनके परिवार के खिलाफ कथित तौर पर झूठे और अपमानजनक बयान देने के लिए 10 करोड़ रूपये का हर्जाना मांगा है। 

ज्वाइंट रजिस्ट्रार ने कहा, प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया है। तीन हफ्ते के अंदर उनके लिखित बयान दायर किए जाएंगे। इसके बाद, याचिकाकर्ता जवाब दाखिल करेंगे। अदालत ने आप केजरीवाल और उनकी पार्टी के अन्य नेताओं से यह भी कहा है कि वाद में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से संबंधित मूल दस्तावेज वे एक हफ्ते में दाखिल करें। 

इस कार्यवाही के दौरान अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्‍वास कोर्ट में मौजूद नहीं थे जबकि बाकी चार नेता आशुतोष, राघव चड्ढा, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी वहां मौजूद रहे। अरुण जेटली की ओर से मानहानि का यह केस दिल्‍ली सचिवालय पर सीबीआई की छापेमारी और इसे डीडीसीए में भ्रष्‍टाचार के मामले से जोड़ने की आम आदमी पार्टी की कोशिश के बाद आया है। आप नेताओं ने डीडीसीए में अरुण जेटली के कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए उनके इस्‍तीफे की मांग की है। 

आप नेताओं का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ वकील एचएस फुल्का ने किया जिन्होंने मानहानि के मुकदमे में कैविएट फाइल किया और अदालत से अपील की कि मामले की सुनवाई में तेजी लाई जाए। जेटली ने याचिका में कहा है कि केजरीवाल और आप के अन्य नेताओं ने एक उद्देश्य से 15 दिसम्बर से उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए फthZ, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिपूर्ण अभियान चलाया है जिससे उनको अपूरणीय क्षति हुई है।

उन्होंने कहा कि एक तीसरे पक्ष की शिकायत पर दिल्ली सरकार के सचिवालय में सीबीआई द्वारा एक नौकरशाह पर की गई छापेमारी से ध्यान भटकाने के लिए एेसा किया गया है। याचिका में आप नेताओं द्वारा संवाददाता सम्मेलनों में लगाए गए कुछ आरोपों का जिक्र है। इसमें एक आरोप में दावा किया गया कि सीबीआई ने दिल्ली सरकार के अधिकारी के कार्यालय पर छापेमारी कर जेटली के कर घोटाले की फाइलों की तलाश कर रही थी और जेटली के डीडीसीए अध्यक्ष रहने के दौरान कई सौ करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार हुए।

जेटली ने कहा कि एेसे बयान मौखिक और आप नेताओं के ट्वीटर के माध्यम से दिए गए जिसकी खबरें 15 दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक इलेक्टाॅनिक और प्रिंट मीडिया में चलीं। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम की मरम्मत में 57 करोड़ रूपये की गड़बड़ी के आरोपों का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि सच्चाई यह है कि यह उन आधुनिक सुविधाओं वाले स्टेडियम में शामिल है जो सबसे कम खर्च महज 114 करोड़ रूपये में तैयार हुआ है।

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