हिमाचल प्रदेश में इस समय कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के साथ मुलाकात की और सदन में वित्तीय बजट के लिए मत विभाजन की मांग की। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर हमने मौजूदा घटनाक्रम की जानकारी दी। इस सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, 'पिछले कुछ समय से विधानसभा में जो घटनाक्रम चल रहा है उसकी जानकारी हमने राज्यपाल को दी है... राज्यसभा चुनाव में जो परिणाम आया, जो वर्तमान स्थिति है उसे देखें तो कांग्रेस को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है... कांग्रेस हमारी वजह से नहीं, अपनी वजह से संकट में है।'
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायकों के साथ कहीं न कहीं अनदेखी हुई है, विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश की गई है जिसके कारण हम आज इस कगार पर खड़े हैं...लगातार इन विषयों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष भी उठाया गया है, लेकिन उसका जिस तरह से सरोकार लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया।
#WATCH | Himachal Pradesh LoP Jairam Thakur says, "We have a doubt that the Vidhan Sabha Speaker can suspend BJP MLAs to comfortably pass the Budget. Some MLAs of Congress have got notices who have voted in the Rajya Sabha elections...Cross voting is not invalid in Rajya Sabha,… pic.twitter.com/SpDiU6F1uJ
— ANI (@ANI) February 28, 2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश में जो घटनाक्रम हुआ है, उसके राजनीतिक दृष्टिकोण से यह कहा जा सकता है कि राज्य सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ देना चाहिए। हमने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि कटौती प्रस्ताव भी डिवीजन ऑफ वोट से होना चाहिए। जब भी फाइनेंशियल बिल पारित हो तो फ्लोर टेस्ट हो और बजट पारित करने के लिए डिवीजन ऑफ वोट होना चाहिए।
वहीं, हिमाचल में राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान भी एक्टिव हो गया है। डी के शिव कुमार और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रभारी के तौर पर आज सरकार बचाने की कवायद के लिए हिमाचल जाएंगे। डी के शिव कुमार और हुड्डा को ये जिम्मेदारी दी गई है।
इससे पहले हर्ष महाजन ने अपनी जीत के बाद कहा कि कांग्रेस की सरकार बहुमत खो चुकी है। अगर शर्म है तो सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार गिरेगी और भाजपा की सरकार बनेगी। एक हफ्ते या एक महीने के अंदर प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी। महाजन ने अपनी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को दिया है।