मंगलवार को नंदीग्राम पहुंची ममता बनर्जी ने हिंदुत्व का कार्ड खेलकर सबको चौंका दिया। एक रैली को संबोधित करने के दौरान मंच से ही चंडीपाठ किया। उन्होंने कहा कि वह चंडीपाठ करके ही घर से निकलती हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं भी हिन्दू घर की लड़की हूं, मेरे साथ हिन्दू कार्ड मत खेलो।'
नंदीग्राम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों में विभाजन की राजनीति सही नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगुर और नंदीग्राम आंदोलन की भूमि है, इसीलिए दोनों में से किसी सीट से में लड़ना चाहती थी।
ममता बनर्जी ने कहा, ""नंदीग्राम का नाम पूरी दुनिया को पता है. नंदीग्राम ही सद्भावना का दूसरा नाम है। भूल सकती हूं सबका नाम, नही भूलूंगी नंदीग्राम, कोलाघाट में मेरी गाड़ी पर हमला हुआ था। तब के राज्यपाल ने फ़ोन करके कहा था कि आप पर पेट्रोल बम से हमला हो सकता है। सिंगुर और नंदीग्राम नहीं होता तो आंदोलन का तूफान नहीं आता। सीपीएम को पता नहीं था कि स्कूटर लेकर नंदीग्राम में पहुंच सकतीं हूं। कह दीजिए कि मैं घर की बेटी हूं. फिर मैं नामांकन भड़ने जाऊंगी।."
बरतला में सभा के बाद ममता यहां से सीधे 13 किलोमीटर दूर स्थित हरि मंदिर पहुंच गईं। यहां सबसे पहले उन्होंने हरि मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद पास ही स्थित दुर्गा मंदिर में गईं और वहां पर पूजा की। इस मंदिर से थोड़ी ही दूर पर स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी ममता बनर्जी गईं और पूजा अर्चना की।