सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस पोस्ट को हटा दिया है, जिसमें राहुल ने दिल्ली की नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार एवं हत्या और उसके माता-पिता की पहचान का खुलासा किया था। बता दें कि इससे पहले दिल्ली रेप पीड़िता के परिवार की पहचान पब्लिक करने के मामले में इंस्टाग्राम और फेसबुक ने कांग्रेस नेता को नोटिस जारी किया था।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) से समन प्राप्त करने के एक सप्ताह बाद फेसबुक ने मंगलवार को एक्शन लिया था और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर इंस्टाग्राम पर से अपनी पोस्ट हटाने के लिए कहा था, जिसमें वो 9 साल की रेप पीड़िता के माता-पिता के साथ दिख रहे थे।
पोस्ट हटाने के लिए फेसबुक ने दिया था आदेश
एनसीपीसीआर ने पहले फेसबुक को पत्र लिखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से राहुल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। 13 अगस्त को एनसीपीसीआर ने फेसबुक को समन जारी किया था, जिसमें उसके प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया था, क्योंकि प्रतिनिधियों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया था। इसके बाद कारर्वाई करते हुए फेसबुक ने राहुल को मेल किया और फोटो को हटाने के लिए कहा। फेसबुक ने एनसीपीसीआर को राहुल गांधी को किए गए मेल की एक कॉपी भेजी तब बाल अधिकार पैनल ने इसे समन से छूट दी।
पिछले चार अगस्त को एनसीपीसीआर ने ट्विटर से इसी मामले में राहुल गांधी के अकाउंट को लेकर कार्रवाई करने के लिए कहा था। इसके बाद ट्विटर ने कांग्रेस नेता का अकाउंट बंद (लॉक) कर दिया था, हालांकि शनिवार को उनका अकाउंट बहाल (अनलॉक) हो गया था। एनसीपीसीआर ने कहा था कि बच्ची के माता-पिता की पहचान उजागर करने से किशोर न्याय कानून की धारा 74, पॉक्सो कानून की धारा 23 और भारतीय दंड संहिता की धारा 228ए का उल्लंघन हुआ है।