दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आप ने साथ में यह भी आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली सरकार को अस्थिर करना चाहती है। आप की तरफ से यह आरोप एक रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद आया है, जिसके अनुसार दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र के समक्ष शिकायत की है कि रेलवे के एक अधिकारी एस.के. अग्रवाल अपने विभाग से अध्ययन अवकाश लेकर दिल्ली सरकार के लिए काम कर रहे हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस आरोप को निराधार बताया है। जंग द्वारा पीएमओ को पत्र लिखे जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मई में दिल्ली सरकार से अपने साथ प्रतिनियुक्त सभी अधिकारियों का ब्योरा देने को कहा था।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी नजीब जंग पर निशाना साधते हुए उन्हें एक पत्र लिख कर दिल्ली में कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं देने और उनकी सरकार के काम-काज में बाधाएं पैदा करने का आरोप लगाया। जंग को लिखे पत्र में केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली अत्यधिक असुरक्षित बन गई है जिससे पर्यटक इस राष्टीय राजधानी में आने से कतरा रहे हैं। उन्होंने कानून व्यवस्था पर चिंता जाहिर की। केजरीवाल का यह पत्र, जंग के उन दो पत्रों का जवाब है जिसमें उप राज्यपाल ने आप सरकार द्वारा नियुक्त कुछ अधिकारियों व सलाहकारों के बारे में विवरण मांगा था। पत्र में केजरीवाल ने एलजी से पूछा, क्या कानून व्यवस्था के मुद्दे पर आपने कभी प्रधानमंत्री या गृह मंत्री मुलाकात की है। केजरीवाल ने लिखा, मैं उम्मीद करता हूं कि आप जल्द ही मेरे पत्र का जवाब देंगे।
आप नेता संजय सिंह ने कहा, भाजपा दिल्ली सरकार को काम न करने देने के एकमात्र एजेंडे के साथ केंद्र सरकार और अन्य संवैधानिक पदों का दुरुपयोग कर रही है। सिंह ने आरोप लगाया, उपराज्यपाल नजीब जंग प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के जासूस की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार उपराज्यपाल के जरिये दिल्ली पर शासन करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने केंद्र पर दिल्ली सरकार के जनहित से जुड़ी कई परियोजनाओं को मंजूरी न देने का आरोप लगाया। आप नेता ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था की गिरती स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यहां की पुलिस आप सरकार को रिपोर्ट नहीं करती।