पार्टी ने कहा है कि ये आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा वो वक्त बताएं जब उन्होंने केजरीवाल को जैन से पैसे लेते देखा। रविवार को मिश्रा ने मीडिया के सामने आरोप लगाया था कि उन्होंने केजरीवाल को पैसे लेते देखा था। इसके बाद से आम आदमी पार्टी ने इस मसले पर चुप्पी साध रखी थी। केवल मनीष सिसौदिया मीडिया के सामने आए थे और वह भी ये कहकर चले गए कि ये आरोप जबाव देने लायक नहीं हैं।
सोमवार को पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह पूरी तैयारी से इन आरोपों का जवाब देने मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, 'कपिल कह रहे हैं कि दो करोड़ की रिश्वत ली, रिश्तेदार की डील करवाई। मजाकिया अंदाज में लोग पूछ रहे हैं कि क्या केजरीवाल ने मिश्रा को फोन कर के बुलाया था कि आओ, देखो में पैसे ले रहा हूं। कपिल अगर सीएम के घर गए थे, तो ये बताएं कि कब गए थे। सत्येंद्र जैन ने किस रिश्तेदार के लिए लैंड डील करवाई यह भी बताने को कपिल तैयार नहीं हैं।’
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि कपिल मिश्रा के जरिये बड़ी साजिश रची जा रही है। आम आदमी पार्टी और उसके मंत्रियों को साजिश का शिकार बनाया जा रहा है। सिंह ने कहा कि शनिवार तक मिश्रा टैंकर घोटाले की बात कर रहे थे और अचानक से रविवार को केजरीवाल के खिलाफ आरोप लगा दिया। दरअसल मिश्रा अब भारतीय जनता पार्टी की आवाज में बोल रहे हैं।
सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा के आरोप पर केजरीवाल के खिलाफ जांच की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी क्या मिश्रा द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को आईएसआई एजेंट बताए जाने के आरोप की भी जांच कराएगी? संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के एक मंत्री पद से हटाते ही भाजपा और कांग्रेस के लिए राजा हरिश्चंद्र हो गए हैं।
संजय सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा को निशाना पर लेते हुए कहा कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पूरे देश में विपक्ष की आवाज को बंद करना चाहती है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को भी संप्रग काल में हुए घोटालों की याद दिलाई। सिंह ने कहा कि कांग्रेस को कोयला घाटाला करने का प्रशिक्षण क्या महात्मा गांधी ने दिया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने कपिल मिश्रा का एक पत्र भी दिखाया जो उन्होंने 24.09.16 को एसीबी को लिखा था। संजय सिंह ने पत्र पढ़कर बताया कि कपिल मिश्रा ने इसमें टैंकर घोटाले में एसीबी की कार्रवाई पर तमाम सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, 'कपिल ने खुद लिखा था कि उन्हें एसीबी की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। आपकी नीयत ठीक नहीं लगती। पूरी रिपोर्ट में एक बार भी केजरीवाल के नाम पर जिक्र नहीं है। एसीबी केजरीवाल को एक और मामले में फंसाने के भयानक दबाव में है।'