कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिर जाने के बाद अब नई सरकार के गठन के लिए हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा आज ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बीएस येदियुरप्पा को 31 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। आज सुबह 10 बजे येदुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद बताया कि वो आज शाम 6 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। कर्नाटक में मंगलवार को भारी सियासी उठापटक के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई थी। अब येदियुरप्पा चौथी बार सीएम बन सकते हैं।
राज्यपाल से मुलाकात के पहले क्या बोले येदियुरप्पा
येदियुरप्पा ने शुक्रवार की सुबह राज्यपाल से मुलाकात से पहले मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह नई सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल वजुभाई वाला से राजभवन में मिलकर नई सरकार बनाने का दावा करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल से इस बात का अनुरोध करेंगे कि वे आज ही शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करें।
इससे पहले कहा जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी बागी विधायकों को लेकर स्पीकर रमेश कुमार के फैसले का इंतजार करना चाहती है लेकिन अब अचानक शुक्रवार सुबह सरकार बनाने की हलचल तेज हो गई।
स्पीकर ने तीन विधायकों को अयोग्य घोषित किया
इससे पहले, कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश ने एचडी कुमारस्वामी सरकार गिरने के दो दिन बाद कार्रवाई करते हुए गुरुवार को तीन विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। अयोग्य घोषित किए जाने वाले विधायकों में रमेश ए जरकीहोली, महेश कुमथल्ली और आर शंकर शामिल हैं।
‘अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करेंगे और सुप्रीम कोर्ट ने जो भरोसा दिखाया उसे वह बरकरार रखेंगे’
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करेंगे और सुप्रीम कोर्ट ने जो भरोसा उनमें दिखाया है उसे वह बरकरार रखेंगे। कुमार को बागी विधायकों के इस्तीफे और अयोग्यता संबंधी याचिका पर फैसला करना है। उन्होंने कहा कि बागी विधायकों को उनके समक्ष उपस्थित होने का अब और मौका नहीं मिलेगा और अब यह अध्याय बंद हो चुका है। उन्होंने कहा, ''कानून सबके लिये समान है। चाहे वह मजदूर हो या भारत का राष्ट्रपति।
कर्नाटक में 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई
बता दें कि दो दिन पहले यानी 23 जुलाई को कई दिनों से चल रहे सियासी उठापटक पर उस समय विराम लग गया था जब कर्नाटक में 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई थी। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार के पक्ष में 99 और विरोध में 105 वोट डाले गए थे।