गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में कांग्रेस के कुछ नेता मुख्यमंत्री पद के लिए दावा कर सकते हैं, लेकिन इस समय मुख्यमंत्री बदलने का कोई सवाल ही नहीं है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एमयूडीए भूखंड आवंटन मामले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी देने के राज्यपाल के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। इस बीच ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस नेता नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं, तथा उनमें से कई ने खुले तौर पर अपनी इच्छा व्यक्त भी की है।
जब परमेश्वर से पूछा गया कि क्या पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान चल रही है, तो उन्होंने कहा, “हर कोई सक्षम है, इसीलिए वे इस बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन इस समय मुख्यमंत्री बदलने का सवाल ही कहां उठता है?”
संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “वे (नेता) बस यही कह रहे हैं कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे (मुख्यमंत्री) बन जाएंगे, आप उनसे यह स्वतंत्रता भी छीनना चाहते हैं? ....लेकिन ऐसी बातें तब व्यक्त की जानी चाहिए जब स्थिति उत्पन्न हो, अभी नहीं।”
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मंजूनाथ भंडारी और एमएलसी दिनेश गूलीगौड़ा ने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर उनसे मुख्यमंत्री के कार्यकाल को लेकर अटकलों पर रोक लगाने की अपील की थी।
इस बारे में पूछे जाने पर परमेश्वर ने कहा, “मैंने भी कई मौकों पर कहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा अनावश्यक है। मुख्यमंत्री हैं और प्रशासन सुचारू रूप से चल रहा है। यह सभी जानते हैं कि मौजूदा स्थिति में मुख्यमंत्री बदलने की कोई संभावना नहीं है।”