केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि वैचारिक मतभेद अपनी जगह हो सकते हैं। लेकिन अब समय आ गया है जब केंद्र और दिल्ली सरकार को मिलकर काम करना चाहिए। तभी दिल्ली का विकास होगा। केजरीवाल ने कहा, हमने प्रधानमंत्री को बताया है कि पिछले छह महीने के अंदर 25-30 बार ऐसा हुआ जब दिल्ली सरकार ने कोई आदेश पारित किया और केंद्र सरकार उसे रद्द कर देती है। एक भ्रष्ट अफसर को एसीबी का चीफ बनाकर बैठा दिया गया है। ऐसा लगता है जैसे दिल्ली पुलिस हमारे खिलाफ कोई जंग लड़ रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। इससे काम करना मुश्किल हो गया है। दिल्ली पुलिस का जोर सिर्फ उनके विधायकों को गिरफ्तार करने पर है। केजरीवाल के मुताबिक, पीएम मोदी ने उनकी बातों पर विचार करने का भरोसा दिया है।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था। आज वह दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया के साथ मोदी से मिलने पहुंचे। बैठक के बाद केजरीवाल ने बताया, मोदी जी का सपना स्वच्छ भारत का है। अगर केंद्र सरकार साथ दे तो वह दो साल में दिल्ली को चमकाकर दिखा देंगे। दिल्ली में स्वच्छ भारत बनाकर दिखा देंगे। इससे मोदी जी का नाम होगा। डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया का सपना वह दिल्ली में साकार करके दिखाएंगे। लेकिन केंद्र को दिल्ली सरकार का साथ देना होगा।
दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भी केजरीवाल ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था लेकिन उस समय उन्हें पीएम से मिलने का मौका नहीं मिल पाया था।केजरीवाल ने पीएम मोदी को जून में एक खुले पत्र के माध्यम से दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने या पुलिस को दिल्ली सरकार के हवाले करने की अपील की थी।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
			 
                     
                    