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गुजरात पहुंचे केजरीवाल ने राजनीति की सफाई के लिए मांगा पटेलों से समर्थन

गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की दावेदारी पेश करने की अटकलों के बीच पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आंदोलनकारी पटेल समुदाय से गुजरात की राजनीति की सफाई करने के लिए समर्थन मांगा।
गुजरात पहुंचे केजरीवाल ने राजनीति की सफाई के लिए मांगा पटेलों से समर्थन

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने आज मेहसाणा के पटेल बहुल पिलुद्रा गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस गांव का खास महत्व है क्योंकि एक साल पहले यहां से ही पटेल आरक्षण आंदोलन शुरू हुआ था। केजरीवाल ने आप के 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी के समर्थन से भाजपा का सूपड़ा साफ करने की याद दिलाते हुए अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और पाटीदार आंदोलन की तुलना की। उन्होंने कहा, मैं आपके साहस को सलाम करता हूं क्योंकि मुझे पता चला है कि पाटीदार आंदोलन इसी गांव से शुरू हुआ था। कुछ साल पहले हमने देश में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन किया था। हमने सरकार से भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून बनाने को कहा क्योंकि हमारे पास उस तरह के अधिकार नहीं थे। उन्होंने कहा,  हमारी मांग मानने की बजाए हमसे इस तरह का कानून लाने के लिए खुद सरकार बनाने के लिए कहा गया। चूंकि हमारे पास कोई और विकल्प नहीं था, हमने एक दल का गठन किया और दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीत लीं। यह आम आदमी की ताकत है।

आप नेता की रैली में जुटे लोगों ने उनकी इस बात पर जमकर तालियां बजाईं। उनमें से अधिकतर पटेल समुदाय के लोग थे। केजरीवाल ने कहा, पटेल आंदोलन इसी गांव से शुरू हुआ था। अब मैं इसी गांव से गुजरात की राजनीति की सफाई के लिए एक दूसरा आंदोलन शुरू करने का अनुरोध करता हूं। हमें भ्रष्टाचार से लड़ने और गुजरात की राजनीति की सफाई करने के लिए साथ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने इस दौरान कई बार जय सरदार, जय पाटीदार के नारे लगाए और मेहसाणा में सरदार पटेल की मूर्ति पर पुष्पांजलि दी। केजरीवाल जिले के उंझा तालुक के कामली गांव भी गए जहां उन्होंने कांस्टेबल नागजीभाई के परिजनों से मुलाकात की। नागजीभाई ने शराब तस्करों एवं नेताओं के कथित शोषण से तंग आकर पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी। वह गांव में कानूभाई पटेल के माता पिता से भी मिले जो पिछले महीने आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में मारा गया था। इसके बाद वह पटेल समुदाय में काफी मान्यता रखने वाले उंझा के उमिया माता मंदिर गए। हालांकि वहां पर कुछ लोगों ने लक्षित हमले से जुड़ी टिप्पणी को लेकर केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। विरोध करने वाले राष्ट्रीय पाटीदार संस्थान के सदस्य थे और यह संस्थान एक कम जाना पहचाना संगठन है।

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