आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। किरण कुमार रेड्डी ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। दक्षिण की राजनीति में अपने पैर पसारने की तैयारी कर रही भाजपा के लिए यह एक बड़ी सफलता है।
बता दें कि किरण रेड्डी ने बीती 12 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेजा था। उसके बाद से ही किरण रेड्डी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रहीं थी। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की मौजूदगी में किरण कुमार रेड्डी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान किरण रेड्डी के परिवार के कुछ सदस्य भी मौजूद रहे।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान के गलत फैसलों की वजह से राज्य दर राज्य पार्टी टूट रही, यह एक राज्य की बात नहीं। एक पुरानी कहानी है कि मेरा राजा बहुत बुद्धिमान है वह अपने आप नहीं सोचता और न ही किसी का सुझाव मानता है। आप सबको पता चल गया होगा कि मैं क्या कहना चाहता हूं।
कांग्रेस आलाकमान के गलत फैसलों की वजह से राज्य दर राज्य पार्टी टूट रही, यह एक राज्य की बात नहीं। एक पुरानी कहानी है कि मेरा राजा बहुत बुद्धिमान है वह अपने आप नहीं सोचता और न ही किसी का सुझाव मानता है। आप सबको पता चल गया होगा कि मैं क्या कहना चाहता हूं: पूर्व मुख्यमंत्री किरण… https://t.co/FhjX3EwH4y pic.twitter.com/gDL7ezAvVg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2023
किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों के मत को नहीं समझ पा रही है। कांग्रेस पार्टी न तो विश्लेषण कर रही है कि गलती क्या है और न ही वे सही करना चाहते हैं। वह यही सोचने हैं कि मैं ही सही हूं और देश की जनता सहित बाकी सब गलत हैं। इसी विचारधारा कि वजह से मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।
गौरतलब है कि किरण कुमार रेड्डी संयुक्त आंध्र प्रदेश के आखिरी मुख्यमंत्री रहे। साल 2014 में जब तत्कालीन यूपीए सरकार ने आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर उसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विभाजित करने का फैसला किया तो किरण कुमार रेड्डी ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। किरण रेड्डी ने विरोध स्वरूप कांग्रेस से इस्तीफा देकर अपनी अलग पार्टी जय समैक्य आंध्र बनाई थी। हालांकि साल 2018 में वह फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे।