ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 20 लाख महिलाओं के लिए राज्य की वित्तीय सहायता योजना ‘सुभद्रा योजना’ के तहत धन वितरण की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर को इस योजना की शुरुआत की थी। अब तक 80 लाख महिलाओं को कई चरणों में योजना की पहली किस्त के रूप में 5,000 रुपये मिल चुके हैं। धन का यह ताजा वितरण तीसरा चरण है जिसकी शुरुआत माझी ने सुंदरगढ़ जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में की।
बैठक में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा और पंचायती राज मंत्री रबी नारायण नाइक समेत अन्य लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
योजना के तहत, 21 से 60 वर्ष की पात्र महिलाओं को 2028-29 तक पांच वर्षों में 50,000 रुपये मिलेंगे। उन्हें सालाना 10,000 रुपये दो समान किस्तों में मिलेंगे, जो सीधे उनके बैंक खातों में जमा किए जाएंगे।
धन वितरण की शुरुआत करते हुए माझी ने समारोह में मौजूद महिलाओं से कहा कि वे अपने बैंक खातों में पैसे जमा होने के अलर्ट के लिए अपने मोबाइल फोन की जांच करें। जैसे ही मोबाइल फोन में पैसा जमा होने का मैसेज आया, दर्शकों ने तालियां बजाकर खुशी मनाई।
जानिए क्या है सुभद्रा योजना?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर ओडिशा दौरे के दौरान भुवनेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम में सुभद्रा योजना की शुरुआत की थी।
- इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस स्कीम के तहत महिलाओं को सालाना दो किस्त में 5000-5000 हजार रुपए दिए जाते हैं।
- इस योजना का लाभ मुख्य रूप से 21 से 60 साल की महिलाओं को दिए जाने का प्रावधान है। ये स्कीम सिर्फ ओडिशा की महिलाओं के लिए ही है।
- इसका लाभ उन्हीं महिलाओं को दिया जाएगा, जिनकी पारिवारिक आय 2.50 लाख से ज्यादा नहीं है।
- सुभद्रा योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि महिलाओं को महिला दिवस सहित अन्य खास मौकों पर उनके खाते में ट्रांसफर की जाएगी।