राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाली महागठबंधन में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात के संकेत पार्टी में चल रहे सियासी उठापटक से मिल रहे हैं। राजद इस बात का आरोप बिहार विधानसभा चुनाव में बहुमत से महज एक दर्जन सीट पीछे रहने की वजह कांग्रेस को अधिक सीटें और खराब प्रदर्शन को बताती रही है। वहीं, अब सुल्तानगंज से कांग्रेस उम्मीदवार रहे ललन कुमार के बयान ने महागठबंध और तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस में सवर्ण और दबंग जतियों से आने वाले नेताओं का कब्जा है और वे नेता तेजस्वी को हजम नहीं कर पा रहे हैं।
ललन कुमार का सीधे तौर पर कहना है कि चुनाव खत्म होने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं को राजद नेता और महागठबंधन के चेहरे तेजस्वी यादव को स्वीकार करने में परेशानी हो रही है।
बिहार यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार ललन कुमार ने कहा, महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठते रहे हैं। कई मौकों पर महागठबंधन ने एकजुटता नहीं दिखाई हैं। आगे ललन कुमार ने बड़ी बाते कह दी। उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस से जुड़े नेताओं को लेकर ये माना जा रहा है कि वे लालू यादव और उनकी पार्टी जेडीयू से छुटकारा पाना चाहती हैं।