झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने और दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद बिहार की राजनीति में साढ़े तीन साल बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। कोरोना वायरस के बीच राजद अध्यक्ष रविवार को वर्चुअल मीटिंग में अपने नेताओं-विधायकों से रूबरू हुए। सभी ने एक-एक करके अपनी राय और सुझाव लालू को दिए।
मीटिंग के दौरान ही उनका ऑक्सीजन लेवल गिर गया। जिससे उन्हें परेशानी होने लगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लालू के खराब स्वास्थ्य और उनका ऑक्सीजन लेवल गिरने की जानकारी दी। लालू प्रसाद ने तीन मिनट ही पार्टी नेताओं को संबोधित कर पाए। उन्होंने पार्टी विधायकों का आह्वान किया कि यह बहुत मुश्किल समय है। लोगों की बड़ी संख्या में जान जा रही है। ऐसे में लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय रहें और लोगों की मदद करें। राजद जिला स्तर पर सहायता केंद्र भी खोलेगा।
इसके बाद लालू यादव ने 'तबीयत ठीक होने पर आप लोगों के बीच जरूर आएंगे ' कहकर सभी को नमस्कार किया। वर्चुअल मीटिंग शुरू होने पर तेजस्वी यादव ने पहले ही यह बात सभी को बता दी थी कि लालू प्रसाद की तबीयत बहुत ठीक नहीं है और वे ज्यादा नहीं बोलेंगे।
मीटिंग के दौरान लालू प्रसाद की आवाज भारी लगती रही और सांस भी फूलती रही। कई बार बोलते-बोलते रुक जा रहे थे। धीरे-धीरे बोल रहे थे। लालू पहले जिस तरह रैलियों में बोलते रहे हैं, वैसा तो नहीं बोल पा रहे थे। तेज और ऊंची आवाज गायब थी। इन सबके बावजूद लालू प्रसाद का हौसला देखने लायक रहा। लालू प्रसाद की तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से वर्चुअल मीटिंग में भी देर हुई।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने मीटिंग शुरू करते हुए कहा कि बिहार में सरकारी अस्पतालों की स्थिति इतनी खराब है कि जनता वहां नहीं जाना चाहती है। सरकार कोरोना में हर तरह से विफल हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल हर तरह से मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि पटना से बाहर शेष बिहार में स्वास्थ्य सुविधा नहीं है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिये सजग रहने की अपील पार्टी नेताओं से की गयी।