कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़का कर दंगों के लिए उकसाने का आरोप लगाया और गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।
पत्रकारों से बातचीत में पटोले ने कहा कि किसी ‘‘अनुभवी और क्षमतावान’’ व्यक्ति को गृह विभाग की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। फडणवीस के गृहमंत्री बनने के बाद से मुगल बादशाह औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले लोग इतने सक्रिय कैसे हो गए हैं।
पटोले अहमदनगर में एक जुलूस के दौरान कुछ युवाओं द्वारा मुगल बादशाह औरंगजेब के पोस्टर दिखाए जाने और पश्चिम महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर ‘स्टेटस’ के रूप में टीपू सुल्तान की तस्वीर और ‘आपत्तिजनक ऑडियो’ के कथित उपयोग को लेकर तनाव के मामलों में फडणवीस पर निशाना साध रहे थे।
उन्होंने मुंबई के एक सरकारी छात्रावास में 18 साल की छात्रा के साथ उसके कमरे में कथित बलात्कार के बाद उसकी हत्या का भी जिक्र किया।
पटोले ने आरोप लगाया, ‘‘साम्प्रदायिक तनाव पैदा करना भाजपा की अपने राजनीतिक हित साधने की कुटिल चाल का हिस्सा है। यह शर्मनाक है कि मुंबई में महिलाएं और युवतियां सुरक्षित नहीं हैं।’’ पटोले ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर भरोसा नहीं करने की अपील की।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘साजिश करके सत्ता में आयी एकनाथ शिंदे – देवेन्द्र फडणवीस सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है। अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है और पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रही है।’’
पटोले ने सवाल किया, ‘‘औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले अब सक्रिय कैसे हो गए हैं? राज्य में हर दिन दंगे हो रहे हैं। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री क्या कर रहे हैं? औरंगाबाद, अहमदनगर, शेवगांव, अमरावती, नासिक में पिछले महीने धार्मिक भवनाएं भड़काकर दंगे कराने का प्रयास किया गया लेकिन लोगों ने आपस में मेल-मिलाप कर लिया जिससे ये प्रयास असफल हो गए।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अब फिर से कट्टरपंथी ताकतें अहमदनगर और कोल्हापुर जिलों में औरंगजेब का मुद्दा उठाकर माहौल बिगाड़ना चाहती हैं। अगर क्षमतावान पुलिस विभाग होता तो अपराधी इतने निर्भीक नहीं हुए होते। राज्य में धार्मिक भावनाएं भड़का कर दंगे कराना भाजपा की कुटिल चाल का हिस्सा है। क्या फडणवीस अनजाने में इन घटनाओं को नजरअंदाज कर रहे हैं?’’
पटोले ने कहा कि गृह विभाग का काम राज्य में कानून-व्यवस्था को बनाए रखना है, लेकिन गृहमंत्री और पुलिस क्या कर रही है? उन्होंने कहा कि राज्य की जनता यह सवाल कर रही है।
पटोले ने कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का एक शिष्टमंडल 19 मई को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मिला था और कानून-व्यवस्था बनाए रखने तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की थी।
उन्होंने कहा, लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार सिर्फ पुलिस अधिकारियों का तबादला करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि फडणवीस गृह मंत्रालय के साथ-साथ वित्त, ऊर्जा, आवासीय, प्रोटोकॉल आदि छह विभागों का प्रभार संभाल रहे हैं और वह छह जिलों के प्रभारी मंत्री भी हैं। पटोले ने कहा, इसलिए वह गृह विभाग के साथ पूरा-पूरा न्याय नहीं कर पा रहे हैं।
कांग्रेस नेता पटोले ने कहा, ‘‘फडणवीस की गृह मंत्रालय और पुलिस पर अब कोई पकड़ नहीं है। उनसे तत्काल गृह विभाग का प्रभार ले लेना चाहिए और एक अनुभवी, सक्षम और पूर्णकालिक गृहमंत्री बनाया जाना चाहिए।’’
पटोले ने आरोप लगाया कि इसके अलावा मुंबई जैसे सुरक्षित शहर में छात्रावास के भीतर छात्रा का उत्पीड़न करके उसकी हत्या करने की घटना हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की परिस्थितियां कानून के शासन की नहीं है, बल्कि यह अपराधियों और असामाजिक तत्वों का शासन है।
पटोले ने कहा, ‘‘मुंबई के चर्चगेट इलाके में एक छात्रावास के भीतर छात्रा के साथ बलात्कार कर, उसकी हत्या कर दी गई। महाराष्ट्र के लिए यह शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री के मालाबार हिल स्थित आवास से महज कुछ ही दूरी पर स्थित छात्रावास में दिन-दहाड़े छात्रा के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई। लेकिन सत्ता में बैठे लोगों को कुछ महसूस नहीं हो रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मुंबई जैसे शहर में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य से हजारों की संख्या में महिलाएं/लड़कियां लापता हो रही हैं, लेकिन सरकार इस बारे में कुछ नहीं कर रही है।