पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शाह के दौरे से पहले 700 सिविलियन को डिटेन किया गया। कई अपराधियों को कश्मीर की बाहर की जेलों में शिफ्ट किया गया। ऐसे कदम तना को और ज्यादा बढ़ाने का काम करते हैं। हालात सामान्य दिखाने की कलाबाजी पूरे जोरों पर है, जबकि वास्तविकता को नकारा और छिपाया गया है। उन्होंने कहा कि शाह द्वारा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया जाना दिखावटी कदम है, जो जम्मू-कश्मीर में वास्तविक समस्या का समाधान नहीं करेंगे।
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, "श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उद्घाटन और नए मेडिकल कॉलेजों की नींव रखना कोई नई बात नहीं है। आधा दर्जन मेडिकल कॉलेज यूपीए सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए थे और अब काम कर रहे हैं। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और एक संकट पैदा करने के बाद, जम्मू-कश्मीर को अराजकता की स्थिति में छोड़ दिया गया है।"
पीडीपी नेता ने कहा, "यह संकट भारत सरकार का बनाया हुआ है और लोगों तक पहुंचने के बजाय उन्होंने दिखावटी का विकल्प चुना, जो वास्तविक समस्या का समाधान नहीं करता है। आदर्श रूप से गृहमंत्री की यात्रा सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री के आश्वासनों पर आगे की कार्रवाई से पहले होनी चाहिए थी।"
उन्होंने कहा, "विश्वास बहाली के उपायों जैसे, 2019 से लागू जम्मू-कश्मीर की घेराबंदी को हटाना, कैदियों को रिहा करना, यहां के लोगों के दैनिक आधार पर होने वाले उत्पीड़न को समाप्त करना, अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने खास तौर पर बागवानी के लिए ठोस कदम उठाने से लोगों को राहत मिलती।"