पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) चीफ महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है। महबूबा ने सेना और सरकार के सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि हमें आतंकियों की गोली से मारे जाने वाले परिजनों से तो मिलने दिया जाता है लेकिन सीआरपीएफ की गोली से मारे जाने वाले के परिवार से नहीं मिलने दिया जाता है। महबूबा ने एक बार फिर पाकिस्तान राग अलापते हुए उससे बातचीत के दरवाजे खुले रखने को कहा है।
महबूबा ने कहा कि आतंकवादियों की गोलियों से मरने वालों के परिजनों से मिलते हैं, तो हमें मिलने दिया है। हाल ही में सीआरपीएफ ने एसटी समुदाय के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हम उनके परिवार से मिलने गए लेकिन घर में ताला लगा था। ये कैसा सिस्टम है इनका, कोई हमारे मुल्क की गोली से मरे वो ठीक है, और अगर मिलिटेंट की गोली से मरे वो गलत। उनके लिए दोनों ही बराबर हैं।
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर में सख्ती की जा रही है। 40 शिक्षकों और 700 अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पकड़-धकड़ के बाद भी लोगों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी (अटल बिहारी वाजपेयी) का ही रास्ता बचता है. जो बातचीत का रास्ता है। वाजपेयी जी ने यहां भी बात की। बाहर भी बात की।
महबूबा मुफ्ती ने रैली में भारत-चीन सीमा विवाद का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चीन ने हमारे जवानों को मारा और ज़मीनों पर कब्ज़ा किया लेकिन चीन के साथ भारत की बातचीत जारी है। मैं समझती हूं कि पाकिस्तान के साथ भी बातचीत के दरवाज़े बंद नहीं करने चाहिए। आखिर कब तक बीजेपी जवानों और लोगों के खून की सियासत करेगी। वाजपेयी का रास्ता ही इस खून खराबे को बंद कर सकता है।