हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट के दौरान अखिलेश यादव ने यह बात कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कही। इस बारे में पूछने पर राहुल गांधी ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया था कि क्या वह गांधी के साथ अपने अच्छे निजी संबंधों को कांग्रेस के साथ राजनीतिक स्तर पर ले जाना चाहते हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि नेताजी के सपने पूरे हों और मैं उनके लिए काम करूं। वह प्रधानमंत्री बनें और वह (राहुल की ओर इशारा करते हुए) उप प्रधानमंत्री। मेरी इस पर सहमति है और अगर यह स्वीकार्य हो तो अभी गठबंधन करने को तैयार हूं।
हालांकि अखिलेश यादव इस सवाल को टाल गए कि क्या यूपी में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रतिद्वंद्वी बसपा के साथ वैसा गठबंधन संभव है, जैसा बिहार में जदयू और राजद के बीच हुआ था। इसके जवाब में उन्होंने कहा, वह पत्थर के हाथी बनवाना पसंद करती हैं। इसलिए एेसा कैसे संभव होगा। मैं आपको अपना फार्मूला पहले ही बता चुका हूं। अखिलेश ने जोर देकर कहा कि भाजपा और उसके किसी सहयोगी संगठन, जिस तरह की फूट डालते हैं और जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं उसे देखते हुए उनके साथ कोई रिश्ता संभव नहीं है।