गोप के अलावा अन्य ने भी अपने टिकट कटने की वजहें सामने रखी। अखिलेश ने सभी की बातें सुनी और बाद में कहा कि मैं आप लोगों के साथ हूं।
बैठक में अखिलेश के समर्थक और मंत्रियों ने एक स्वर में कहा कि जनता, पार्टी, समर्थक और कार्यकर्ता अखिलेश के साथ है इसलिए आप निर्णय लीजिए। पुराने समाजवादियों में से एक राम गोविन्द चौधरी ने मीटिंग में बोला कि मुलायम सिंह की मांग पर मुझे चन्द्रशेखर जी ने सजपा छोड़कर सपा में जाने को कहा था, आज तक मैंने ना मुलायम सिंह से कभी टिकट मांगा और ना मंत्रालय की डिमांड की उन्होंने कल मेरे जैसे व्यक्ति का ही टिकट काट दिया।
उन्होंने कहा कि आज से मेरा लक्ष्य सीएम साहब आपको शिखर पर पहुचांना होगा और आपके लिये काम करना होगा। मेरे लिये आप ही समाजवादी पार्टी हैं।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव से पहले सपा के कुनबे में अब टिकट बंटवारे को लेकर फिर लड़ाई छिड़ गई है। मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए सपा के 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की तो अखिलेश के कई समर्थकों का पत्ता साफ कर दिया।
चाचा शिवपाल की पसंद को लिस्ट में देखकर सपा में फिर अंदरखाने लड़ाई शुरू हो गई है। सीएम अखिलेश ने अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई। लखनऊ में समर्थकों के साथ बैठक के बाद अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे।
समर्थकों के टिकट कटने पर नाराजगी अखिलेश के साथ बैठक में धर्मेंद्र यादव, अरविंद गोप और अभिषेक मिश्रा समेत तमाम समर्थक शामिल हुए। इस बैठक में वे विधायक और मंत्री शामिल हुए जिनके टिकट काट दिए गए थे। अखिलेश ने बुधवार शाम भी तीन मंत्रियों और दर्जनों विधायकों के साथ लंबी मीटिंग की थी। बैठक के बाद एक विधायक ने कहा कि हम नेताजी के निर्देशों का पालन करेंगे।