बनर्जी ने एक वक्तव्य में कहा, आला अनुसंधान संस्थान सीएमआईई ने हैरान करने वाला तथ्य बताया है जिसके मुताबिक नोटबंदी के कारण देश में केवल लेन-देन में ही 1.28 लाख करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है। मूडी का कहना है कि नोटबंदी के कारण आर्थिक गतिविधियां गड़बड़ा जाएंगी। अधिकांश आर्थिक विशेषज्ञों ने कहा है कि इससे देश की विकास दर में 2 से 3 फीसदी की कमी आएगी।
उन्होंने कहा, नोटबंदी के बाद देश के आम आदमी की स्थिति बहुत दयनीय है, वह बहुत ज्यादा परेशान है जबकि मोदीजी आराम फरमा रहे हैं और झूठ का प्रसार कर रहे हैं। तृणमूल प्रमुख ने दावा किया कि नोटबंदी के खिलाफ अभियान में विपक्ष एकजुट है।
बनर्जी ने गुरुवार को कहा था कि अगर बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं तो कोई भी अभियान सफल होता ही है। भाषा एजेंसी