एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि बीते रोज उनके पास से गोलियां गुजरी हैं। उन पर जानलेवा हमला हुआ। वह मौत से नहीं डरते हैं। शायद वह कल न रहें। लेकिन, यह मसला बहुत गंभीर है। मैं घुटन वाली जिंदगी नहीं जी सकता हूं। उन्होंने पूछा कि आखिर ये कौन लोग हैं जो गोली पर भरोसा करते हैं, बैलेट पर नहीं करते। ये कौन लोग हैं, जिन्हें संविधान पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने कहा कि उन्हें जेड कैटेगरी सुरक्षा नहीं चाहिए, इंसाफ चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि मैं कोई सियासी बयानबाजी नहीं करूंगा। मैं दो बार का विधायक हूं और चार बार का सांसद हूं। उन्होंने कहा कि ये लोग नफरत से भर चुके हैं। ऐसे में भारत में राइट विंग कम्युनलिज्म और टेररिज्म बढ़ेगा, जो गलती एनडीए-1 ने की थी वो गलती आप भी करने जा रहे हैं। इससे आपको और आपकी सरकार को ही नुकसान होगा। जिन लोगों ने ये नफरत फैलाने का काम किया है, उन पर यूएपीए क्यों नहीं लगाया जाता? अगर कोई फेसबुक पर कुछ लिख देता है तो उस पर यूएपीए लगाया जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत की असली दौलत मोहब्बत है। एक भारत नफरत का भारत है और दूसरा मोहब्बत का... अगर आप मोहब्बत के भारत की बात करेंगे तो मुझे चुप कराने के लिए आपको गोली चलाने की जरूरत नहीं है। उन्हें जवाब चाहिए कि लोगों को इतना रैडिकलाइज्ड कैसे कर दिया गया है।
ओवैसी ने यह बात ऐसे समय कही है जब केंद्र सरकार ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो की ओर से ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया। एक दिन पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रमुख मुस्लिम नेता और हैदराबाद के सांसद ओवैसी की कार पर गोलियां चलाए जाने की घटना हुई थी। ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय हापुड़ में ओवैसी की कार पर गोली चलाए जाने की घटना के एक दिन बाद आया है। ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद गुरुवार शाम को दिल्ली लौट रहे थे।