यूपी के मुजफ्फपनगर में प्रशासन द्वारा मस्जिद गिराने का मामला सामने आया है। इस पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपनी ज़िम्मेदारियों को सम्भाल नहीं पा रहे हैं। कोरोनो से मरने वालों का अंतिम संस्कार नहीं हो रहा है लेकिन सरकार का मुस्लिमो पर जुल्म जारी है।
ओवैसी ने मस्जिद गिराए जाने को लेकर ट्वीट किए हैं। एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है, “उत्तर प्रदेश के खतौली, मुजफ्फरनगर में मस्जिद को एसडीएम इन्द्रकांत द्विवेदी ने शहीद कर दिया। मस्जिद वक्फ की जमीन पर बनाई गई थी। 5 महीनों से मस्जिद में नमाज अदा की जा रही थी। लॉकडाउन में भी नमाज पढ़ी जा रही थी। मस्जिद को शहीद करने से पहले मुतवल्ली से वक्फ के कागजात तक नहीं मांगे गए।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “बाराबंकी के बाद ये दूसरी मस्जिद है जो उत्तर प्रदेश में शहीद कर दी गई है। बाराबंकी में मस्जिद को शहीद इस बहाने से किया गया की मस्जिद सरकारी ज़मीन पर बनी है। हालांकि, मस्जिद के जिम्मेदारों के पास वक्फ के तमाम कागजात थे।”
उन्होंने मस्जिद के कागजात को शेयर कर लिखा है, “हाई कोर्ट ने भी बाराबंकी की मस्जिद को मिस्मार करने पर और नमाज़ियों को बेदखल करने पर 31 मई तक रोक लगाई थी। लेकिन मुज़फ्फरनगर में तो मस्जिद भी वक्फ के ज़मीन पर थी, फिर भी शहीद कर दी गई।”
ओवैसी ने लिखा है, “ज़ाहिर-सी बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी ज़िम्मेदारियों को सम्भाल नहीं पा रहे हैं। अस्पतालों में डॉक्टर का इंतज़ाम नहीं, नौजवान बेरोज़गार बैठे है, लोगों को सम्मान से अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हो रहा। मुसलमानों पर ज़ुल्म करने के सिवाय, सीएम को ज़्यादा कुछ नहीं आता।”