तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को चेन्नई के ओमांदुरार सरकारी अस्पताल में राज्य मंत्री सेंथिल बालाजी से मुलाकात की। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ के दौरान सीने में दर्द की शिकायत के बाद बालाजी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जब स्टालिन बालाजी से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे, तो डीएमके के कई कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ नारेबाजी की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि डीएमके बीजेपी की धमकियों से डरने वाली नहीं है और लोग बीजेपी को 2024 के चुनावों में सबक सिखाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सेंथिल बालाजी और डीएमके दोनों इस मामले को कानूनी रूप से बहादुरी से लड़ेंगे।
स्टालिन ने अपने बयान में आरोप लगाया कि ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान सेंथिल बालाजी को इस हद तक प्रताड़ित किया कि उन्हें सीने में दर्द हुआ। स्टालिन ने कहा कि उनके यह कहने के बाद भी कि वह एजेंसी की जांच में सहयोग करेंगे, तब भी उन पर इतना "दबाव" डाला गया और उन्हें सीने में दर्द हुआ। मंत्री के परिसरों पर छापेमारी के बाद ईडी द्वारा बालाजी को हिरासत में लिए जाने के कुछ घंटे बाद स्टालिन ने बयान जारी किया।
प्रवर्तन विभाग का मंत्री सेंथिल बालाजी को प्रताड़ित करने का क्या उद्देश्य था ताकि उनके यह कहने के बाद भी कि वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे, उनके सीने में दर्द होगा? भाजपा की इन धमकियों से डीएमके भयभीत नहीं होगी।