पवार ने मोदी से सवाल किया कि अटल बिहारी वाजपेयी समेत अन्य प्रधानमंत्रियों ने नोटबंदी का यह फैसला क्यों नहीं किया।
पवार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उनके (मोदी के) अनुसार इंदिरा गांधी नोटबंदी पर आगे नहीं बढीं जिसका उनके वित्त मंत्री वाई बी चव्हाण ने सुझाव दिया था। ऐसे तो उनके बाद अटल बिहारी वाजपेयी समेत कई प्रधानमंत्रियों एवं वाजपेयी शासनकाल में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा या तत्कालीन उपप्रधानमंत्री एल के आडवाणी ने भी ऐसा फैसला नहीं किया।
मोदी ने यह दावा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधा था कि 1971 में उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री वाई बी चव्हाण के नोटबंदी के सुझाव को नजरअंदाज किया।
पवार ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि पिछले 70 सालों में देश में कुछ नहीं हुआ। 70 सालों में कांग्रेस हमेशा सत्ता में नहीं रही। मोदी खुद ही 13 सालों तक एक राज्य के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा कि नेहरु, शास्त्री, इंदिरा, वाजपेयी, मोरारजी और चरण सिंह समेत सभी नेताओं ने देश के विकास में योगदान दिया। कोई कैसे कह सकता है कि 70 सालों में कुछ नहीं हुआ ओर विकास महज दो सालों से हो रहा है।