महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में सोमवार को हुई 12 शिशुओं सहित 24 लोगों की मौत पर सियासत शुरू हो गई है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार समेत कई बड़े नेताओं ने शिंदे सरकार पर हमला बोला है। जहां प्रियंका चतुर्वेदी ने इन सभी मौतों को शर्मनाक बताया तो वहीं शरद पवार ने कहा कि इस घटना ने सरकार की विफलताओं का पर्दाफाश कर दिया है, सरकार की जिम्मेदारी है कि वो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।
बता दें कि महाराष्ट्र के नांदेड़ में 24 मरीजों की मौत के बाद मंगलवार (3 अक्टूबर) को चौकसी समिति निरीक्षण करेगी। छत्रपति संभाजी नगर के घाटी अस्पताल से डॉक्टरों की एक टीम नांदेड़ आएगी और अस्पताल के डॉ भरत चव्हाण, डॉ. मीनाक्षी भट्टाचार्य और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जोशी इस मौत के पीछे का कारण ढूंढेगी।
कांग्रेस नेता प्रिंयका गांधी ने एक्स पर लिखा, ''दवाओं की कमी के चलते महाराष्ट्र में 12 शिशुओं समेत 24 मरीजों की मौत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाये.''
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, "नांदेड़, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में दवाइयों की कमी से 12 नवजात शिशुओं समेत 24 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नज़र में गरीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है।"
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा, ''कृपया इसे मौत ना कहें, ये असंवैधानिक राज्य सरकार की तरफ से की गई लापरवाही के कारण हत्या है। राज्य सरकार अलग-अलग कार्यक्रमों और विदेशी यात्राओं की प्लानिंग में बिजी हैं, वे भूल गए हैं कि उनका काम राज्य की सेवा करना है।
शरद पवार ने पोस्ट करते हुए लिखा- ''नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 24 लोगों की मौत हो गई। घटना में 12 नवजात शिशुओं की भी जान चली गई। यह चौंकाने वाली घटना है। ठाणे के कलवा अस्पताल में भी ऐसी ही एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी और अब घटना को गंभीरता से न लेने के कारण ही नांदेड़ में 24 लोगों की मौत हो गई। यह सरकार की विफलता है। शरद पवार ने सरकार से आग्रह किया कि वे मरीजों की जान की फिक्र करें और जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाएं।''