राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि मोदी को राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए क्योंकि यह देश एक दिन में नहीं बना है।
गहलोत ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आज नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था। मोदीजी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए?’’
गहलोत ने कहा, ‘‘संभवत: मोदी जी भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद मिला। यह देश एक दिन में नहीं बना है।’’
उल्लेखनीय है कि मोदी और गहलोत ने नाथद्वारा में एक कार्यक्रम में मंच साझा किया जहां प्रधानमंत्री ने लगभग 5500 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में मोदी ने एक तरह से पूर्ववर्ती सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा था ‘‘हमारे देश में कुछ लोग ऐसी विकृत विचारधारा के शिकार हो चुके हैं, इतनी नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि देश में कुछ भी अच्छा होता हुआ वह देखना ही नहीं चाहते और उन्हें सिर्फ विवाद खड़ा करना ही अच्छा लगता है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देश में इसी सोच की वजह से बुनियादी ढांचा निर्माण को प्राथमिकता नहीं दी गई। इसका बहुत नुकसान देश ने उठाया है। अगर पहले ही पर्याप्त संख्या में मेडिकल कॉलेज बन गए होते तो देश में डॉक्टरों की इतनी कमी नहीं होती।’’
गहलोत ने शाम को जारी एक बयान में कहा, ‘‘1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए तब भारत में बिजली की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई। ये महज एक उदाहरण है। शिक्षा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, आईटी समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है।’’
मुख्यमंत्री के अनुसार, ‘‘मैं श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदीजी को सौंपा जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं।’’