दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपर स्टार रजनीकांत जल्द ही अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने गुरुवार को प्रेस वार्ता की। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अभिनेता रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री के पद के बारे में नहीं सोचा है। वो केवल राजनीति में बदलाव चाहते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी राजनीति में दो दिग्गज थे, एक जयललिता और दूसरे करुणानिधि। लोगों ने उन्हें वोट दिया था लेकिन अब शून्यपन है। अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन शुरू करने की जरूरत है।
‘मैं पॉलिटिक्स में आऊंगा इसका ऐलान 1996 में नहीं किया था’
इस दौरान रजनीकांत ने कहा, ‘मैं तमिलनाडु की राजनीति में चेंज लाना चाहता हूं, मैंने दिसंबर 2017 में ऐलान किया था मैं पॉलिटिक्स में आऊंगा, मैंने इसका ऐलान 1996 में नहीं किया था। उन्होंने कहा कि 'कई लोग मेरी ओर से राजनीतिक पार्टी शुरू करने की प्रतीक्षा कर रहे थे इसलिए मैंने सभी अटकलों को समाप्त करने का फैसला किया है’। फिल्म इंडस्ट्री में इतने साल काम करते हुए उन्होंने जो नाम कमाया उसका इस्तेमाल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आपको लोगों के प्रति जवाबदेह देना होगा।
तमिलनाडु में 2021 में होने हैं विधानसभा चुनाव
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रजनीकांत ने अपनी राजनीतिक पार्टी के नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन हां उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि उनकी पार्टी राज्य में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बता दें कि तमिलनाडु में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
मेरी पार्टी में नए और काबिल लोगों को मिलेगी जगह
नई पार्टी बनाने के सवाल पर रजनीकांत ने कहा कि पुरानी पार्टियों में किसी नए शख्स को लीडरशिप रोल नहीं मिलता। अच्छा पद पाने के लिए कनेक्शन की जरूरत होती है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मेरी पार्टी में एंट्री के लिए एक न्यूनतम उम्र सीमा और शैक्षणिक योग्यता तय होगी। अपनी पार्टी में मैं नए और काबिल लोगों को जगह दूंगा।
रजनीकांत ने किया था नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन
इससे पहले रजनीकांत ने आखिरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए उसका समर्थन किया। रजनीकांत के मुताबिक नागरिकता कानून से देश के मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है। अगर होगा, तो वो सबसे पहले उनके हक में खड़े होंगे। रजनीकांत ने नागरिकता संशोधन कानून पर बात करते हुए कहा, नागरिकता संशोधन कानून मुस्लिम लोगों के लिए खतरा नहीं है। अगर उन्हें कोई दिक्कत हुई तो मैं उनके लिए आवाज उठाने वाला पहला शख्स बनूंगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक रजनीकांत ने ये भी कहा कि, ‘बाहरी लोगों के बारे में पता लगाने के लिए एनपीआर का लागू होना जरूरी है। यह साफ कर दिया गया है कि एनआरसी अभी तक तैयार नहीं हुआ है।’